एशियाई खेलों और वर्ल्ड चैम्पियनशिप के ट्रायल्स से छूट मिलने के लिए साथी पहलवानों के विरोध का सामना कर रहे आंदोलनकारी पहलवानों ने IOA से इस तरह की छूट की मांग से मना कर दिया और कहा कि अगर यह साबित हो गया तो वे कुश्ती का त्याग कर देंगे। लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने शुक्रवार को प्रश्न उठाये थे कि क्या ये पहलवान इस तरह की छूट हासिल करने के लिए ही विरोध कर रहे थे और उन्होंने जूनियर पहलवानों, उनके कोचों और अभिभावकों से इस अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने की बात भी बोली थी। साक्षी ने सोशल मीडिया पर लाइव चैट में बोला गया है ‘‘हमने ट्रायल्स में छूट नहीं मांगी थी, बस तैयारी के लिए वक़्त की मांग की थी। '' बजरंग ने कहा, ‘‘अगर आपको एक मुकाबले के ट्रायल से परेशानी थी तो आपको खेल मंत्री के पास जाना चाहिए था। लेकिन आपने सोशल मीडिया के माध्यम से जहर फैलाने का निर्णय कर लिया। '' उन्होंने साथ ही बोला है कि, ‘‘अगर यह साबित हो जाए कि हमने छूट मांगी थी तो हम कुश्ती छोड़ने को तैयार हैं। हमने छूट के लिए कभी कोई पत्र नहीं लिखा। '' इन पहलवानों ने अपनी लड़ाई जारी रखने की कसम भी खा ली। विनेश ने इस बारें में बोला है कि, ‘‘बृज भूषण शरण सिंह को सजा मिलने तक हम अपनी लड़ाई जारी रखने वाले है हम आरोप पत्र दाखिल होने की प्रतीक्षा कर रहे है। '' साक्षी, बजरंग और विनेश फोगाट महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के इल्जाम में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की भी अपील कर रहे है। 'मुझे इसकी जरा भी उम्मीद नहीं थी..', टीम इंडिया में सेलेक्ट होने पर काफी हैरान हुआ ये खिलाड़ी 'उसे बलि का बकरा क्यों बनाया..', टीम इंडिया के सिलेक्शन पर भड़के सुनील गावस्कर जूनियर महिला हॉकी वर्ल्ड कप में इस टीम से होगा भारत का पहला मैच