नई दिल्ली: 25 जनवरी को हुई रिहांश अपहरण की वारदात का मामला दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है. लगभग 12 दिन बाद पुलिस आरोपियों को पकड़ने में सफल हुई है. इस मुठभेड़ में एक आरोपी मारा गया तथा दूसरा आरोपी घायल हुआ है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायल आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी हिरासत में ले लिया है. रिहांश से मिलने के बाद उसके माता पिता के जान में जान आ गयी है और इस मुठभेड़ में रिहांश सही सलामत है. अपहरण की ये वारदात 25 जनवरी को दो बदमाशों ने बाइक पर सवार होकर की जब रिहांश अपनी बहन के साथ स्कूल बस में जा रहा था, बदमाशों ने बस रोककर ड्राइवर के पैर में गोली मारकर रिहांश को अगवा किया था. पुलिस हरकत में तब आई जब आरोपियों ने फिरौती 50 लाख की फिरौती की रकम मांगने के लिए रिहांश के पिता को फोन किया. साहिबाबाद के शालीमार सिटी के एबोय अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 505 जहां आरोपियों को ठिकाना था दिल्ली पुलिस ने लगभग 12 दिन के कठिन परिश्रम के बाद रात 1 बजे दबिश दी. सूत्रों के अनुसार देर तक चली इस मुठभेड़ में एक आरोपी रवि मारा गया है और दूसरा आरोपी पंकज घायल हुआ है, इस कार्यवाही में एक पुलिस अधिकारी भी मारा गया है. और पुलिस तीसरे आरोपी नितिन को पकड़ने में भी कामयाब हुई है.क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी विनय को भी एक गोली लगी है. सूत्रों के अनुसार आरोपी लगभग छह महीने से एबॉय अपार्टमेंट के फ्लैट 505 में रह रहे थे और किसी को उनका अपहरणकर्ता होने का संदेह तक नहीं हुआ. दिल्ली पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है लेकिन यह घटना 25 जनवरी को हुई जब दिल्ली में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे यह वारदात दिल्ली पुलिस की सुरक्षा प्रणाली में सुधार के बिन्दुओ को रेखांकित करती है. प्रद्युम्न मर्डर केस में एक बार फिर आया नया मोड़ विमान से जब्त किया करोड़ो का सोना 17 वर्षीय छात्रा के साथ प्रोफेसर ने किया यौन शोषण