नई दिल्ली. देश में तक़रीबन दो साल पहले केंद्र सरकार ने नोटेबंदी की थी ताकि देश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके. नोटेबंदी के बाद भ्रष्टाचार के मामलों में कमी तो आई लेकिन इसके कुछ समय बाद ही कुछ लोगों ने दोबारा कर चोरी करना शुरू कर दिया. हालाँकि इस मामले में अब देश के आयकर विभाग को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पेट्रोल-डीज़ल : एक दिन थमने के बाद फिर गिरी कीमतें, आज यह है दाम दरअसल हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में यह खुलसा किया गया है कि आयकर विभाग ने अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान याने पिछले सात महीनों में 29,088 करोड़ रुपये की अप्रत्यक्ष कर चोरी पकड़ी है. देश की एक प्रसिद्ध मीडिया एजेंसी में हाल ही में पेश की अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी साझा की है. इस रिपोर्ट में आयकर विभाग के अधिकारीयों के हवाले से कहा गया है कि आयकर विभाग ने इस साल अप्रैल से अक्टूबर माह की अवधि के दौरान अप्रत्यक्ष कर चोरी के 1,835 मामलों की पहचान कर ऐसे लोगों से 29,088 करोड़ रुपये जब्त किये है. शेयर बाजार : बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, निफ्टी 56 और सेंसेक्स 275 अंक टूटा इस रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि कर चोरी के इन मामलों में से अधिकतर मामले (571 मामले) जीएसटी (माल एवं सेवा कर) में टैक्स चोरी के है. इन मामलों में कुल 4,562 करोड़ रुपये की कर चोरी की गयी है. इसी तरह सेवा कर में चोरी के भी 1,145 मामले पकड़े गये है जिनमे 22,973 करोड़ रुपये के टैक्स की चोरी की गई थी. ख़बरें और भी सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें भारतीय रेलवे का बड़ा फैसला, कर्मचारियों को अब मिलेगा Jio कनेक्शन, 35% घटेगा बिल सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, सरकार ने बढ़ाया महंगाई भत्ता सुर्खियां: ये हैं देश और दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी ख़बरें शेयर बाजार : दो दिनों की निराशा के बाद आज बाजार में लौटी रौनक