भारत के महान टेनिस खिलाड़ी विजय अमृतराज का मानना है कि पेशेवर टूर के निलंबन से टेनिस के 'बिग थ्री' पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन असल संघर्ष भारतीयों समेत निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के लिये है. पुरुषों का टूर एटीपी अगस्त से पहले शुरू नहीं होगा और महिला टूर डब्ल्यूटीए 20 जुलाई के बाद ही शुरू होगा. अमृतराज ने कहा कि रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल को आर्थिक कमी या आगे बढ़ने का दबाव महसूस नहीं होगा. उन्होंने प्रेस ट्रस्ट को ईमेल पर दिये इंटरव्यू में कहा,''उन पर पैसे या एटीपी अंकों को लेकर कोई दबाव नहीं होगा. उनकी ग्रैंडस्लैम पर तगड़ी पकड़ है. उन्होंने इतिहास रचा है.'' उन्होंने कहा कि शीर्ष 100 से बाहर खिलाड़ियों के लिये असली परेशानी है. अमृतराज ने कहा,''टेनिस जगत में सब पर असर पड़ेगा. विभिन्न रैंकिंग वर्ग में खिलाड़ियों पर असर पड़ेगा. निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के लिये मजबूत वापसी मुश्किल होगी जबकि उम्रदराज खिलाड़ियों का समय निकलता जा रहा है.'' उन्होंने कहा ,''भारतीय खिलाड़ियों पर भी उसी तरह असर पड़ेगा, जैसे निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ियों पर.'' तमिलनाडु टेनिस संघ के अध्यक्ष अमृतराज ने कहा कि टेनिस शुरू होने पर भी दर्शक मैदान पर नहीं जा सकेंगे. उन्होंने कहा,''इस साल तो मैदान पर दर्शक देखने को नहीं मिलेंगे. यह हर देश के हालात पर निर्भर होगा.'' कोरोना संकट से टेनिस समेत दुनिया भर में ज्यादातर खेल प्रतियोगिताएं ठप हैं. जर्मनी में बुंदेसलीगा और इटली में सिरी-ए जैसी फुटबॉल प्रतियोगिताओं की वापसी को छोड़ दें तो पूरा खेल जगत इस महामारी से थमा हुआ है. टेनिस के दो ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन, विंबलडन स्थगित हो चुके हैं और उनके रद्द होने का खतरा मंडरा रहा है. दुती चंद का बड़ा बयान, कहा- 'वार्म-अप में लगेगा समय...' कोरोना के चलते रद्द हुआ एमएलएस आल स्टार मैच जानिए आखिर क्यों इस पाकिस्तानी खिलाड़ी ने पीसीबी के WHATS APP ग्रुप से किया लेफ्ट