नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने पिछले वर्ष सितंबर 2021 में ऐलान किया था कि आधार बेस्ड यूपीआई (UPI) फीचर शीघ्र लागू होगा. इसके लिए डेडलाइन पहले 15 दिसंबर 2021 रखी गयी तथा बाद में इसे बढ़ा कर 15 मार्च 2022 किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी इस सुविधा के लिए लोगों को थोड़ी और प्रतीक्षा करना पड़ेगी. बता दें इस सुविधा का उपयोग करने के लिए आधार कार्ड में दर्ज, बैंक में पंजीकृत एवं UPI के लिए उपयोग किया जा रहा मोबाइल नंबर एक ही होना चाहिए. कुछ एप्‍लीकेशन के उपयोग में बैंक ग्राहक की पहचान के लिए डेबिट कार्ड की डिटेल मांगी जाती है. वहीं इस नई सुविधा से बिना डेबिट कार्ड की जानकारी शेयर किए डिजिटल लेनदेन किया जा सकेगा. एक रिपोर्ट के अनुसार देरी का कारण बताया गया है. बताया गया कि NPCI को किसी नई सर्विस को आरम्भ करने के लिए एक बड़ा इकोसिस्टम बनाना पड़ता है, जिसके लिए लगभग 9 से 12 महीने का वक़्त लगता है. क्या है आधार बेस्ड यूपीआई सिस्टम (Aadhar Based UPI System):- NPCI (National Payments Corporation of India) और UIDAI (Unique Identification Authority of India) मिलकर लोगों के लिए सुरक्षित UPI पेमेंट प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं. इसमें डेबिट कार्ड की आवश्यकता नहीं रह जाएगी. वेरिफिकेशन का यह एक नया तरीका है. इसमें जिन व्यक्तियों के पास डेबिट कार्ड नहीं वे भी सरलता से UPI का उपयोग कर लेन-देन कर सकेंगे. कैसे कर सकते हैं उपयोग:- UPI पेमेंट के लिए एप्‍लीकेशन में पंजीकरण के समय यूजर को आधार नंबर देना होगा. UIDAI से यूजर का डेटा प्राप्त कर लिया जाएगा, तत्पश्चात, आधार पंजीकृत नंबर पर एक ओटीपी मिलेगा. यह मोबाइल नंबर बैंक के खाते के साथ पंजीकृत होना चाहिए, वेरिफिकेशन के बाद यूजर वीपीए बना सकते हैं. वीपीए के बाद UPI का इस्तेमाल कर लेन-देन किया जा सकेगा. घर बैठे आधार कार्ड से अपना मोबाइल नंबर करें अपडेट, जानिए आसान तरीका चीन और ब्रिटेन के साथ भारत में बढ़ा डेल्‍टाक्रॉन का खतरा, अलर्ट हुई सरकार भारत ने अपने पड़ोसियों से 1.79 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की