पटना: बिहार के गया की शहर विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के उम्मीदवार को भैंस पर बैठकर चुनाव प्रचार करना भारी पड़ गया. उनके खिलाफ पशु अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया, जिसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया. गया शहर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के उम्मीदवार मोहम्मद परवेज आलम भैंस पर बैठकर चुनाव प्रचार कर रहे थे. जब इस मामले में उनसे सवाल किया गया कि चुनाव प्रचार के लिए भैंस को ही क्यों चुना, तो उनका कहना था कि मेरे पास महंगा वाहन खरीदने के लिए पैसा नहीं है. संपत्ति में मेरे पर एक भैंस ही है. इसलिए मैं इस भैंस द्वारा ही चुनाव प्रचार कर रहा हूं. हर दिन की तरह राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के उम्मीदवार मोहम्मद परवेज आलम आज भी भैंस पर बैठक चुनाव प्रचार करने के लिए निकले थे. इस दौरान सिविल लाइन थाना पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया. पुलिस ने बताया कि उम्मीदवार पर पशु अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया गया था. हालांकि बाद में मोहम्मद परवेज आलम को थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया. गया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे परवेज आलम का भैंस पर बैठकर चुनाव प्रचार करना सुर्ख़ियों में बना हुआ था. जिस इलाके में भी परवेज जाते, वहां लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो जाती थी, इसका फायदा भी परवेज खूब उठा रहे थे. परवेज का इस चुनाव में दावा है कि वे एक लाख वोटों से जीत हासिल करेंगे. अखिलेश यादव की नंबर प्लेट लगाना पड़ा महंगा, यूपी पुलिस ने की कार्रवाई कब ख़त्म होगा कोरोना ? कोरोना की भविष्यवाणी करने वाली ब्रिटेन की ज्योतिषी ने बताई तारीख तनाव के चलते फिजी में फिर भिड़े चीन और ताइवान