पटना: सीएम नीतीश कुमार बिहार को खास प्रदेश का दर्जा देने की मांग पर अड़े हैं, मगर भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध कर रही है। इस मुद्दे पर सत्ता पर काबिज दोनों दलों के बीच मतभेद बढ़ता जा रहा है। हालांकि इसके पश्चात् भी दोनों पार्टियां यूपी विधानसभा का चुनाव मिलकर ही लड़ेंगी। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार को विशेष प्रदेश दर्जा देने का कोई औचित्य नहीं है। यह JDU का एजेंडा है। सरकार में भारतीय जनता पार्टी के 16 मंत्री हैं। एक-दूसरे की मदद से सरकार चल रही है। 2005 से 2021 तक बिहार बन रहा है। गांव-गांव तक सड़क बन गई। बिजली उत्पादन में भी हम आगे बढ़ रहे हैं। वही अटल जी ने बीआरजीएफ के जरिए पैकेज दिया था। कांटी थर्मल प्लांट उसी से बना। दूसरी तरफ JDU का कहना है कि नीति आयोग को मानक में परिवर्तन कर विशेष प्रदेश का दर्जा देना चाहिए। हालांकि नीति आयोग में खास प्रदेश दर्जे का प्रावधान ही नहीं है। दूसरी तरफ दोनों पार्टियों में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने पर मंजूरी बन गई है। क्रिकेट को अलविदा कह भज्जी बोले- 'दूसरा चैप्टर शुरू हो रहा है..', क्या कांग्रेस का दामन थामेंगे ? 'समाजवादी इत्र' से फैली भ्रष्टाचार की बू, IT के छापे में मिले 150 करोड़ कैश.. अखिलेश ने किया था लॉन्च हरीश रावत ने पहले भी कहा था- चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन फिर लड़े: हरक सिंह रावत