गया: शुक्रवार को बिहार के चुनावी संग्राम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी सभाओं का आरम्भ किया। सासाराम में सीएम नीतीश कुमार के साथ सभा करने के पश्चात् प्रधानमंत्री मोदी गया में पहुंचे, जहां उनके साथ मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी उपस्थित रहे। गया में भी प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर महागठबंधन रहा तथा प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के बिहार में लालटेन की आवश्यकता नहीं है, अब बिजली की खपत बढ़ने लगी है। गया की चुनावी सभा में पीएम ने कहा कि 90 के दशक में बिहार को अराजकता के दलदल में धकेल दिया गया था, यहां कई साथी हैं जो प्रथम बार वोट डाल रहे हैं उन्हें उस समय का अनुमान नहीं है। आज नया बिहार बनता देख रहे हैं, पहले इसकी कल्पना नहीं की जाती थी। उस समय में लोग गाड़ी नहीं क्रय करते थे, जिससे उस पोलिटिकल दल के कार्यकर्ताओं को कमाई का पता ना चल जाए। आज के बिहार में लालटेन की आवश्यकता समाप्त हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अब बिहार को ललचाए हुए लोगों से अलर्ट रहना है। महागठबंधन की रग-रग से बिहार का व्यक्ति वाकिफ है, ये व्यक्ति नक्सलियों को खुली छूट देते रहे, भारत में तोड़ने तथा बांटने की वकालत करने वालों पर जब एक्शन लिया गया तो ये लोग उनके साथ खड़े होते हैं। इनका मॉडल बिहार को रोगी तथा लाचार बनाने का रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि सरकार की हर नीति का विरोध किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी बोले अब धोखाधड़ी करने वालों को सौ बार सोचना पड़ता है, इसी से ही लोगों को समस्या हो रही है। विपक्ष आज प्रत्येक सुधार का विरोध कर रहे हैं, कुछ दिन पूर्व भारत सरकार ने गांवों के लिए नई नीति आरम्भ की। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब प्रॉपर्टी कार्ड मिलेंगे तो किसी के घर पर कब्जा नहीं होगा, बिहार में इलेक्शन के पश्चात् इसे लागू किया जाएगा। अब बिहार ने सुधार की गति पकड़ ली है, इसके पश्चात् अब इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर दिया जाएगा। 'शी जिनपिंग' का वध करती दिखीं माँ दुर्गा, थरूर ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीर 33 भारतीयों को आठ महीने के लिए एक सोमालियाई कंपनी में बनाया गया बंधक बिहार चुनाव: राजद पर बरसे रघुबर दास, कहा- लालू ने राज्य को दिए दो विनाशकारी बेटे