पटना: बिहार और असम में बाढ़ की स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है. बिहार के 12 जिलों की आबादी भीषण बाढ़ से जूझ रही है. राज्य में गांव बाढ़ में डूब चुके हैं. गोपालगंज में डुमरिया पुल के पास तटबंध टूटने के कारण बड़े इलाके में बाढ़ का पानी भर गया है. पूर्वी चंपारण को गोपालगंज से जोड़ने वाले डुमरिया पुल को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बंद कर दिया है. NDRF और SDRF की टीमें लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई हैं. बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और खगड़िया जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. बागमती, बूढ़ी गंडक, कमलाबलान, लालबकैया, अधवारा, खिरोई, महानंदा और घाघरा नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं. बिहार के पूर्वी चंपारण में NDRF के जवान लोगों के लिए फरिश्ता बनकर सामने आए. पूर्वी चंपारण जिले में पानी की लहरों में फंसे लोग एक नाव से नदी पार कर रहे थे. किन्तु इनकी नाव जब नदी में फंस गई तो NDRF की टीम ने नाव को खींच कर किनारे पर पहुंचाया. बिहार में समस्तीपुर जिले के कई गांव उफनती बागमती नदी में समा चुके हैं. समस्तीपुर के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कल्याणपुर प्रखंड के नामापुर पंचायत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शनिवार को प्रशासनिक व्यवस्थाओं का मुआयना किया. जिलाधिकारी ने 50 लोगों पर एक कम्युनिटी किचन जल्द शुरू करने का निर्देश दिया. लोगों की समस्याओं के मद्देनज़र इलाके में अधिक से अधिक निःशुल्क नाव चलवाने के निर्देश दिए गए हैं. भारत में कैसे आकर्षित किया जाए निवेश ? IMF ने सुझाए अहम उपाय सिंगापुर में कोरोना का कहर, नए आंकड़े चिंता जनक निर्मला सीतारमण बोलीं- प्रत्यक्ष कर कानून को सरल बनाने की कोशिश में सरकार