पटना: शराबबंदी को हर स्थिति में बिहार में कामयाब बनाने के लिए प्रदेश सरकार मुस्तैद है तथा इसके लिए जिस भी संसाधन की आवश्यकता होती है, सरकार उसे प्रदान करा रही है. शराबखोरी, तस्करी एवं इसकी बिक्री रोकने के लिए ड्रोन, स्वान, मोटरबोट का सहारा लेने के पश्चात्, सरकार ने इसके पीछे अब हेलीकॉप्टर भी लगा दिए हैं. वही शराबबंदी की मुहिम में 4 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं, जो गंगा के दियारे क्षेत्र में बक्सर से कटिहार तक शराब तस्करों पर निगाहें रखेंगे. इन हेलीकॉप्टरों में से 3 अनमैन्ड ड्रोन हैलीकॉप्टर हैं. साथ-साथ एक चार सीटर हेलीकॉप्टर है जो शराब के गुनहगारों की निगाहेबानी करेगा. इस हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 4 व्यक्ति बैठ सकते है. जिसमें एक जिओ पैसिअल के इंजीनियर, उत्पाद विभाग की टीम तथा डिटेक्शन एक्सपर्ट बैठकर वीडियो मोनिटरिंग करते हैं. हेलीकॉप्टर 6 से 7 घंटे तक निरंतर ऑपरेशन कर सकता है. हेलीकॉप्टर रियल टाइम में अवैध चीजों को डिटेक्ट कर, एग्जैक्ट लोकेशन के साथ मद्य निषेध विभाग को और संबंधित जिले के कलेक्टर SP को इसकी जानकारी देगा. वही सरकार की लाख चेतावनी तथा शपथ ग्रहण के साथ निगरानी के पश्चात् भी शराब माफिया निरंतर शराबबंदी कानून को तोड़ने में लगे हैं. मगर बिहार सरकार ने भी ठान लिया है कि यदि शराब माफिया डाल-डाल हैं, तो सरकार भी अपनी निगरानी हर जगह रखेगी. हाल में एक दर्जन से अधिक शराब भट्ठियों को ड्रोन के द्वारा चिह्नित किये जाने के पश्चात् प्रशासन ने नष्ट किया. वहीं दियरा क्षेत्र एवं जंगल वाले क्षेत्रों में भी 50 से अधिक ड्रोन ने शराब माफियाओं पर निगाहें रखी. फिलहाल दूर-दराज एवं नदी किनारे शराब निर्माण की बात सामने आने के पश्चात्, त्वरित एक्शन के लिए प्रदेश सरकार ने हेलीकॉप्टर को फील्ड में उतारा है. श्रीलंका के खिलाफ T20 सीरीज से पहले भारत को लगा दोहरा झटका, टीम से बाहर हुए दो स्टार प्लेयर 'यूक्रेन में हालात बेहद खराब, फायरिंग की आवाज़ सुन सहम जाते थे..', भारत लौटे छात्रों ने सुनाई आपबीती रूस द्वारा यूक्रेन में विद्रोही क्षेत्रों को मान्यता देने के बाद कच्चे तेल की कीमतें 7 साल के उच्च स्तर पर