पटना: 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में बनाए गए महागठबंधन में एक बार फिर खटास दिखाई देने लगी है। कांग्रेस के विरुद्ध वीआइपी (विकासशील इंसान पार्टी) ने मोर्चा खोलते हुए पांचवें चरण का बदला सातवें चरण में पटना साहिब लोकसभा सीट पर लेने की पूरी तैयारी कर ली है। जिसके बाद बिहार महागठबंधन में एक बार फिर से पेंच फंस गया है। सातवें चरण के नामांकन के अंतिम दिन पटना साहिब लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा के विरुद्ध महागठबंधन में शामिल वीआइपी पार्टी ने रीता देवी को चुनावी संग्राम में उतार दिया है। दरअसल, पांचवें चरण में मधुबनी लोकसभा सीट पर वीआइपी पार्टी के उम्मीदवार बद्री पूर्वे के विरुद्ध कांग्रेस के बागी शकील अहमद ने उम्मीदवारी पेश की है। कांग्रेस के तमाम मान-मनौव्वल के बाद शकील मधुबनी सीट छोड़ने को तैयार नहीं हुए। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए सातवें चरण में कुल 227 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। सोमवार को नामांकन भरने की अंतिम तिथि थी। बिहार में 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए भरे गए नामांकनों में अब तक यह सर्वाधिक संख्या है। सातवें चरण में आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। इसमें नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद लोकसभा सीट एवं डेहरी विधानसभा सीट का उपचुनाव शामिल है। खबरें और भी:- लोकसभा चुनाव: आज बिहार में हुंकार भरेंगे पीएम मोदी, विजयी संकल्प रैली को करेंगे सम्बोधित आचार संहिता उल्लंघन मामला: मोदी- शाह के खिलाफ आज अहम् सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट सिद्धू ने फिर दिया विवादित बयान, कहा छक्का मारकर सरकार को बाहर करो