पटना: बिहार में बीते कुछ दिनों से सियासी हलचल काफी बढ़ गई है इस बीच बिहार में कांग्रेस एवं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का कई वर्ष पुराना नाता टूट गया है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास ने ये घोषणा भी कर दी है कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बिहार की सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके बाद भी बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का मत अलग है। वे ऐसा नहीं मानते। वही सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि ये लोगों की आंख में धूल झोंकने वाली बात है। बिहार में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में RJD को जिताने के लिये कांग्रेस अलग चुनाव लड़ रही है। वहीं, तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने सुझाव देते हुए कहा है कि यदि उन्हें सीएम बनना है तो कांग्रेस को साथ लेकर चलना पड़ेगा। RJD को कांग्रेस से अलग नहीं होना चाहिए। दोनों दल भीतर से एक ही हैं। वही हाल ही में तेजप्रताप ने कांग्रेस में सम्मिलित हुए कन्हैया कुमार को निशाना भी बनाया। इससे ये कहा जा रहा है कि दोनों भाइयों में दूरी कुछ घट रही है। हालांकि तेजस्वी यादव भी कहते हैं कि कांग्रेस से उनका पुराना रिश्ता है मगर गठबंधन में जो मजबूत होता है उसकी सहायता सहयोगी दल के व्यक्तियों को करनी चाहिए। RJD मजबूत है। कांग्रेस को मदद करना चाहिए क्योंकि हमें NDA को पराजित करना है। तेजस्वी यादव ने ये भी बताया कि बंगाल में कांग्रेस चुनाव लड़ी तथा हारी, मगर सोनिया गांधी जब बैठक बुलाती हैं तो ममता बनर्जी भी सम्मिलित होती हैं। जानिए आखिर क्यों मनाया जाता है विश्व पोलियो दिवस? कोरोना की चपेट में आए राज ठाकरे और परिवार भारत-पाकिस्तान का मैच देखने दुबई गए थे गृह मंत्री, आखिर क्यों इमरान खान ने बुलाया वापस?