पटना: पूरे देश में फिर एक बार कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार हर संभव कोशिशें कर रही है. इसी क्रम में बिहार सरकार ने ये फैसला लिया है कि प्रदेश में बाहर से आने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा. वहीं, रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उन्हें कुछ दिनों के लिए आइसोलेट किया जाएगा. बता दें कि गुरुवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में 2019 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के बिहार कैडर के 11 प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की. इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि, "आप सब जानते हैं कि लॉकडाउन काल राज्य सरकार की ओर से लोगों को हरसंभव सहायता पहुंचाई गई. बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था की गई. इसके साथ ही उनके लिए यहां रोज़गार के अवसर निकाले गए." उन्होंने कहा कि, " पिछले कुछ वक़्त से कोरोना के मामलों काफी कमी आ गयी थी. किन्तु फिर एक बार फिर से वृद्धि शुरू हो गयी है. आठ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके चलते काम बंद होगा, तो एक बार फिर लोग वापस अपने राज्य आएंगे. ऐसे में उनके लिए क्वारंटाइन सेंटर के साथ-साथ उनके रोजगार का भी बंदोबस्त किया जा रहा है." भारत कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच अपनी क्रिकेट क्षमता दिखाने के लिए तैयार है ये टीम आर्सेलर मित्तल को बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट सर्विसेज ऑफर करेगी इंफोसिस आवास बिक्री में 5 प्रतिशत साल दर आती है गिरावट: प्रॉपटीगर