पटना: शिक्षक दिवस पर पटना में अपनी मांगों को लेकर इकठ्ठा हुए शिक्षकों का राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने समर्थन किया है, तो वहीं जेडीयू के एमएलसी दिलीप चौधरी ने शिक्षकों की स्थिति पर शिक्षा मंत्री को बात करने की हिदायत दी है। वहीं इसी मामले पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि इस आंदोलन का कोई औचित्य नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दे दिया है। गौरतलब है कि बिहार के लगभग साढ़े 4 लाख नियोजित शिक्षक आज पटना में समान काम समान वेतन की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए जुटने लगे। वहीं, इस पर सियासत भी होने लगी है। जेडीयू के विधान एमएलसी दिलीप चौधरी ने कहा की टीचर्स डे के दिन शिक्षकों का सम्मान होता है। किन्तु आज वो आंदोलन कर रहे हैं और उनकी कुछ मांगे जायज है। शिक्षकों की वेतन वृद्धि होना चाहिए। इंटरमीडिएट की जो कॉपियां शिक्षकों ने चेक की है, उसका भुगतान भी अभी तक नहीं हुआ है। शिक्षा मंत्री को शिक्षकों के साथ बात करके समाधान निकालना चाहिए। वहीं, राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने शिक्षकों के समर्थन करते कहा कि सरकार को इस मामले में खुद संज्ञान लेना चाहिए। राजद शिक्षको की मांगों का समर्थन करती है। क्योंकि शिक्षकों के साथ जो किया जा रहा है वह नाइंसाफी है। एक ओर 80000 से 100000 वेतन पाने वाले शिक्षक हैं तो दूसरी ओर 20000 से 25000 पाने वाले शिक्षक हैं। सरकार दोनों से एक ही समान काम ले रही है, तो शिक्षकों को समानता के अनुसार वेतन मिलना चाहिए । अनुच्छेद 370 : लद्दाख में हिंसा का डर हुआ समाप्त, फिर पर्यटन मंत्री ने कही ऐसी बात जदयू नेता ने ही नितीश कुमार के खिलाफ खोला मोर्चा, लगाया गंभीर आरोप पी चिदंबरम और बेटे कार्ति को इस मामले में कोर्ट से मिली राहत