बिहार: बिहार में एक मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है यहाँ इलाज का खर्च न देना पड़े इसलिए नवजात का शव छोड़कर परिजन भाग गए. इसके बाद परिजनों की तलाश करने के बाद जब वह नहीं आए तो चौथे दिन अस्पताल प्रबंधन ने ही शव का दाह संस्कार करा दिया. पूरे प्रकरण में ब्रहम्पुरा थानाध्यक्ष अवनीश कुमार ने भी परिजनों को बुलाकर बच्चे का शव दिलाने की कोशिश की, लेकिन परिजन नहीं आए. इस बीच 18 मई की सुबह नवजात ने अंतिम सांस ली शिशु वार्ड वार्ड में एक कार्टन में शव को रखा गया इसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस ने भी परिजन को सूचना दी लेकिन शव लेने कोई नहीं आया. बता दें कि अस्पताल ने इलाज के लिए 18 हजार की राशि फीस लेने की बात कही थी, लेकिन परिजन उसको देने में असमर्थ रहे. जानकारी के अनुसार आदमपुर निवासी चंदन राम अपने नवजात को लेकर केजरीवाल अस्पताल आया था जहां उसे भर्ती किया गया समय से पहले बच्चे का जन्म हुआ था. इसलिए वह ज्यादा कमजोर था. इसी बिच परिजन उसे अस्पताल में ही छोड़ गए. बाद में दवाई के लिए घर वालों को ढूंढा गया लेकिन कोई वह मौजूद नहीं था. बिहार में बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कुख्यात बदमाश का तौलिया खुलने से पुलिस का काम आसान दलित की पीट-पीटकर हत्या के मामले में चार लोग हिरासत में