पटना: लंबे वक़्त से बिहार प्रदूषण की मार झेल रहा है। ये राज्य सर्दियों के इस सीजन में देशभर में सबसे अधिक प्रदूषण से बेहाल है। मगर इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं तथा न ही ये चर्चा का मुद्दा बन रहा है। बिहार की हवा दिन प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है। जो मनुष्यों के लिए समस्या बन गई है। केंद्रीय वायु प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, बिहार के कई क्षेत्रों में वायु प्रदूषण सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर बना हुआ है। जो स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, 29 दिसंबर (बृहस्पतिवार) को प्रातः लगभग 7 बजे सबसे अधिक छपरा का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया जो 423 है। इसके अतिरिक्त भी कई क्षेत्रों में एक्यूआई 400 के पार बना हुआ है। बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' एवं 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है। हाल ही में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नई दिल्ली ने भारतीय के प्रदूषित शहरों की लिस्ट जारी की थी। जिसमें बिहार का मोतिहारी एवं सीवान सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहे। अक्सर वायु प्रदूषण की रिपोर्ट आने पर देश की राजधानी दिल्ली का वायु प्रदूषण सूचकांक सबसे ऊपर रहता था तथा वह सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में सम्मिलित होता था किन्तु अब ये स्थान बिहार के शहरों ने ले लिया है। आज की बात करें तो CPCB के डाटा के अनुसार, सबसे प्रदूषित बिहार का छपरा बना हुआ है। वहीं दिल्ली के प्रदूषण की बात करें तो आज यहां का औसत वायु प्रदूषण 311 दर्ज किया गया। जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। हालांकि राजधानी के एक भी क्षेत्र में एक्यूआई 400 के पार नहीं है। इस साल भी गणतंत्र दिवस पर नहीं दिखेगी बिहार की झांकी, केंद्र को नहीं आई पसंद रामपुर में सपा का किला ढहाने वाले भाजपा MLA आकाश सक्सेना को मिला आज़म का बंगला कोयंबटूर ब्लास्ट केस में इस्लामिक स्टेट का आतंकी शेख हिदायतुल्ला गिरफ्तार, श्रीलंका में भी किया था धमाका