बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र के देवगांव के सनसनीखेज ममता हत्याकांड की जांच में दो माह से अधिक समय से उलझी पुलिस को अहम सुराग मिला है. पुलिस तीन संदेही युवकों को पकड़कर पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि सघन पूछताछ के बाद हत्या का पर्दाफाश हो सकता है. गौरतलब है कि गत 6 जनवरी की शाम देवगांव की रहने वाली ममता खांडेकर अपने घर जाने के लिए निकली थी. इसके बाद वह घर नहीं पहुंची. वह जयरामनगर के मेडिकल स्टोर में काम करती थी. दूसरे दिन सुबह उसकी लाश गांव के बाहर खेत में सड़क किनारे मिली थी. अर्धनग्न अवस्था में शव मिलने से सनसनी फैल गई. उसका गला दबाकर हत्या की गई थी. उसके साथ दुष्कर्म करने के साथ ही गुप्तांग में चोट होने की भी आशंका जताई गई. इस जघन्य हत्याकांड को लेकर विरोध-प्रदर्शन भी हुआ था. उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिस अफसरों की टीम जांच में जुटी रही और संदेहियों की जानकारी जुटाकर पूछताछ करते रहे.पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते बुधवार की शाम पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा है, जिसके आधार पर तीन संदेही युवकों को पकड़कर पूछताछ की जा रही है. गुरुवार को एसपी मयंक श्रीवास्तव के साथ ही पुलिस अफसर पूछताछ में जुटे रहे. बताते हैं कि संदेहियों से महत्वपूर्ण जानकारी मिली है, जिसके आधार पर हत्या का राज खुलने की उम्मीद है. बता दें कि पुलिस के लिए चुनौती बने इस मामले में जानेमाने फोरेंसिक एक्सपर्ट व भोपाल के मेडिको लीगल डायरेक्टर रहे डॉ वीके सतपथी की भी मदद ली गई. साथ ही आईजी विवेकानंद सिन्हा ने एसआईटी का गठन किया. फिर उन्होंने 30 हजार रुपए इनाम की घोषणा की. लेकिन पुलिस अफसरों को कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद डीजीपी एएन उपाध्याय ने इनाम राशि 50 हजार करते हुए रायपुर क्राइम ब्रांच की टीम को जांच में मदद के लिए भेजा. इस बीच पुलिस ने 9 संदेहियों का डीएनए टेस्ट और 16 संदेहियों का नार्को टेस्ट कराने की प्रक्रिया शुरू की.जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है. सम्भावना है कि इसके पूर्व ही इस घटना का पर्दाफाश हो जाएगा. यह भी पढ़ें पुरानी दुश्मनी के कारण 15 वर्षीय बच्ची को उतारा मौत के घाट युवक को मारी गोली इलाज के लिए अस्पताल में भर्त