चक्रवात के आगमन से पहले ही पैदा हो गई 'बिपरजॉय', जानिए मामला

बिपरजॉय चक्रवात गुजरात के तट से कुछ ही दूरी पर है, मगर उससे पहले ही उसके नाम से एक बेटी का जन्म हो चुका है। गुजरात की महिला ने अपनी 1 माह की बेटी का नाम बिपरजॉय रखने का निर्णय लिया है, जो आज शाम तक कच्छ के तट से टकराने वाला है। यह परिवार भी बिपरजॉय से ग्रसित है तथा उसे चक्रवात के डर से अपना घर छोड़ना पड़ा है। फिलहाल बच्ची का परिवार कच्छ जिले के ही जखाऊ में एक शेल्टर होम में रह रहा है। अब तक कच्छ में 70 हजार से अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।

वही यह पहला अवसर नहीं है, जब किसी बच्चे का नाम साइक्लोन पर रखा गया है। 1 माह की इस बच्ची से पहले भी कई बार ऐसा हुआ है। इससे पहले तितली, फानी एवं गुलाब चक्रवातों पर भी बच्चों के नाम रखे गए हैं। इस बार चक्रवात का नाम बांग्लादेश ने रखा है तथा उसे विश्व मौसम संगठन से संबंधित देशों ने स्वीकार किया है। मौसम संगठन के अनुसार, ऐसे चक्रवाती तूफानों का प्रभाव एक हफ्ते या उससे कुछ अधिक समय तक भी रह सकता है। बिपरजॉय चक्रवात के भी 2 से 3 दिन तक बने रहने का अनुमान है।

भारत में पहले भी आपदाओं या घटनाओं के ऊपर बच्चों के नाम रखे जाते रहे हैं। इससे पहले कोरोना काल में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के 1 परिवार ने अपनी बेटी का नाम कोरोना रखा था। इसके अतिरिक्त आंध्र के कडप्पा जिले में भी दो बच्चों का नाम इसी वायरस पर रखा गया था। कुछ परिवारों ने तो यह भी बोला कि उन्होंने कोरोना के ऊपर बच्चों का नाम इसलिए रखा है क्योंकि इस महामारी ने पुरे विश्व को एक कर दिया है। 

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