बैतूल : कोरोना का कोहराम इस समय पूरे देश में मचा हुआ है। ऐसे में हर दिन यह खबर आ रही है कि अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही है। इसी के साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश के बैतूल से एक अच्छी खबर आई है। जी दरअसल यहाँ एक 104 साल के बुजुर्ग ने कोरोना को मात दी है और अब वह स्वस्थ्य हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बैतूल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदी चंद गोठी कोरोना को हराकर सकुशल घर वापस आ गए हैं। देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में बिरदी चंद गोठी ने जैसे योगदान दिया ठीक वैसे ही उन्होंने कोरोना काल में भी हिम्मत नहीं हारी। कोरोना से लड़ाई लड़कर उन्होंने इस जंग को भी जीत लिया। मिली जानकारी के तहत बिरदी चंद गोठी के आसपास के कुछ लोग कोरोना से संक्रमित हो गए थे और इसके कारण वे भी संक्रमित हो गए। वहीं कोरोना संक्रमित होने के बाद बाबाजी के नाम से प्रसिद्ध बिरदी चंद गोठी की इच्छा-शक्ति और उनकी हिम्मत ने कोरोना को भी मात दे दी। उन्होंने डॉक्टरों की सलाह पर इलाज किया और समय-समय पर दवाइयां ली। उन्हें ऑक्सीजन भी दी गई और डॉक्टर भी उनकी हालत पर नजर रखे रहे। कोरोना संक्रमित होने के 10 दिन बाद वह एकदम ठीक हो गए और अब बिल्कुल स्वस्थ्य हैं। ठीक होने के बाद बिरदी चंद गोटी का कहना है कि ''आसपास के तीन चार लोगों को कोरोना होने कारण और बाहर से आने वालों के कारण मुझे भी कोरोना हो गया था। लेकिन सादा जीवन, सादा खाना और डॉक्टरों की मदद से मैं ठीक हो गया हूं। घर में रहकर इलाज हुआ और मैं ठीक हो गया। परिवार के लोगों ने दिन रात मेरी बहुत सेवा की।'' वहीं उनके पोते श्रेयांस का कहना है कि ''दादा जी की इच्छा-शक्ति और हिम्मत रखी जिसके कारण उन्हें ज्यादा तकलीफ नहीं हुई। पंद्रह बीस दिन हो गए हैं। उनका घर पर ही इलाज चला और डॉक्टों के लगातर परामर्श के बाद वे बिलकुल ठीक हो गए।'' हरियाणा में हुआ कोरोना का बड़ा विस्फोट, एक से बाद बढ़ रहे कोरोना के केस ओटीटी डेब्यू के बाद अब इस वेब श्रृंखला में नजर आएंगी तमन्ना भाटिया पंजाब सरकार ने दिया राज्य के लौह और इस्पात उद्योग में परिचालन को बंद करने का आदेश