नई दिल्ली: आज ही के दिन ( 7 जुलाई) 1981 में भारत के कूल कप्तान का जन्म झारखण्ड के रांची में हुआ था. यह कप्तान कोई और नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी है, जिन्होंने अपनी कप्तनी के दम पर भारत को कई मैच जिताए. इतना ही नहीं टीम का कप्तान ना होने बावजूद भी इनकी सलाह हमेशा से टीम के लिए फायदेमंद साबित हुई है, धोनी एक ऐसे भारतीय बल्लेबाज है जिन्होंने बल्लेबाजी के साथ साथ विकेटकीपिंग में भी महारत हासिल की है. इतना ही नहीं धोनी ने 9 मैच में गेंदबाजी में भी अपना हाथ आजमाया है. जुलाई माह धोनी के बेहद खास है क्योकि इसी महीने इन्होने अपनी पत्नी साक्षी से 4 जुलाई 2010 में शादी की थी. अब धोनी की बेटी है जिसका नाम जीवा है, यूं तो धोनी की पहचान हमेशा से दिलखुश कप्तान के रूप में रही है, वो कभी भी अपने जूनियर्स की मदद करने से पीछे नहीं हट्टे है. बता दे धोनी ने अपना पहला रणजी मैच 18 साल की उम्र में बिहार की तरफ से खेला था. वही उसी दौरान उनकी रेलवे में बतौर टिकट कलेक्टर की नौकरी भी लग गई थी. उसके बाद धोनी ने 2001 से 2003 तक खड़गपुर के स्टेडियम में क्रिकेट खेला, और 2004 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना कदम रखा, 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए धोनी के नाम सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाने का रिकॉर्ड है. धोनी ने लम्बे छक्के मारने में भी महारत हासिल की है इन्होने अभी तक कुल 322 छक्के लगाए है, जिसमे 208 छक्के वनडे मैच में लगे है. धोनी काफी फुर्तीले खिलाडी माने जाते है. इनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टंपिंग 158 का रिकॉर्ड है, वही अगर कुल स्टंपिंग की बात करे तो 732 का रिकॉर्ड है. इतना ही नहीं धोनी का विकेटकीपर के तौर पर एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का भी रिकॉर्ड हैं. इन्होने 2005 में जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन बनाए थे. धोनी ने अभी तक 76 टी-20 मैच खेले है, जिसमे उन्होंने 1200 से ज़्यादा रन बनाए है, और 72 टी-20 मैच में उन्होंने बतौर 41 मैच जीते है. धोनी की कप्तानी में ही भारत ने सबसे ज़्यादा वनडे और टेस्ट मैच जीते है. धोनी भारत के कुछ महान चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक जिनके जीवन का परिचय कई पीढ़ियों तक किया जाना है. पाक से हारने के बाद धोनी का यह वीडियो हुआ वायरल Video : धोनी की इस पारी को देखने के बाद आप भी कहेंगे, माही जैसा कोई नहीं