भारत के स्टार पहलवानों में शुमार विनेश फोगाट ने काफी समय में सफलता की बुलंदियों को हासिल कर लिया। उनका जन्म 25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गांव में हुआ था। बचपन में ही उनके सर से पिता का साया उठ गया था। उनके चाचा महावीर फोगाट जो खुद एक पहलवान थे उन्हें कुश्ती के गुर सिखाए। दंगल सिनेमा भी उन्हीं पर आधारित है। उनके पूरा परिवार कुश्ती से जुड़ा है। उनकी चचरे बहनें गीता, बबीता, संगीता और ऋतु हैं जबकि सगी बहन प्रियंका कुश्ती लड़ रही है। उनका भाई भी कुश्ती से जुड़ा है। उनकी ट्रेनिंग 2009 से सब जूनियर वर्ग से शुरू हुई। 2013 में उन्होंने सफलता का पहला स्वाद चखा जब विनेश ने दिल्ली में एशियन गेम्स में 51 किलोग्राम में कांस्य और इसी साल जोहानसबर्ग में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता। इसके बाद विनेश ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2014 में ग्लास्गो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में विनेश ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में सोने का मेदल पाया। 2014 में ही इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता। 2015 में दोहा में एशियन कुश्ती में रजत और 2016 में बैंकॉक में 53 किलोग्राम में कांस्य पदक जीता। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह अब तक 35 पदक जीत चुकी हैं। उनका अलग लक्ष्य ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर देश का नाम रौशन करना है। हालांकि वह अपने गृह राज्य हरियाणा की सरकार पर नीतियों को लेकर निशाना साधा था। जिसके कारण वह सुर्खीयों में आ गई थीं। उन्होंने खट्टर सरकार की नीतियों को खिलाड़ी के हित के विरूद्ध बताया। उन्होंने कहा कि पहले की कांग्रेस सरकर की नीति को बेहतर बताया। टेनिस चैंपियन ने कुछ यूं सिखाया साथी खिलाड़ी को क्रिकेट US Open: इस दिग्गज से भिड़ेंगे सुमित नागल BWF World Championships 2019 : प्रणीत ने गंवाया मैच, चैंपियनशिप से बाहर