हसरत जयपुरी की याद में

1. इस रंग बदलती दुनिया में इंसान की नीयत ठीक नहीं निकला न करो तुम सज-धजकर ईमान की नीयत ठीक नहीं, इस...

ये दिल है बड़ा ही दीवाना छेड़ा न करो इस पागल को तुमसे न शरारत कर बैठे नादान की नीयत ठीक नहीं, इस...

काँधे से हटा लो सर अपना ये प्यार मुहब्बत रहने दो कश्ती को सम्भालो मौजों में तूफ़ान की नीयत ठीक नहीं, इस...

मैं कैसे खुदा हाफ़िज़ कह दूँ मुझको तो किसी का यकीन नहीं छुप जाओ हमारी आँखों में भगवान की नीयत ठीक नहीं, इस...

 

2. उनसे मिली नज़र के मेरे होश उड़ गए, ऐसा हुआ असर के मेरे होश उड़ गए,

जब वो मिले मुझे पहली बार, उनसे हो गईं आँखें चार, पास ना बैठे पल भर वो फिर भी हो गया उनसे प्यार, इतनी थी बस ख़बर के मेरे होश उड़ गए, उनसे मिली नज़र के मेरे होश उड़ गए.

उनकी तरफ़ दिल खिंचने लगा, बढ़ के क़दम फिर रुकने लगा, काँप गई मैं जाने क्यूँ, अपने आप दम घुटने लगा, छाए वो इस कदर के मेरे होश उड़ गए, उनसे मिली नज़र के मेरे होश उड़ गए.

घर मेरे आया वो मेहमान, दिल में जगाए सौ तूफ़ान, देख के उनकी सूरत को हाय रह गई मैं हैरान, तड़पूँ इधर उधर के मेरे होश उड़ गए, उनसे मिली नज़र के मेरे होश उड़ गए.

वर्ल्ड प्रेस फोटो अवार्ड 2018 जीतने वाली कुछ तस्वीरें

पुरातत्वविदों ने खोजी करीब 85 हज़ार साल पुरानी इंसानी हड्डी

अगर आप भी देर रात तक जागते है तो जल्द ही आपकी आने वाली है मौत

Related News