रांची: कारोबारी बिष्णु अग्रवाल आज भी प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय नहीं पहुंचेंगे। प्राप्त हुई खबर के अनुसार, उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय को मेल कर कहा है कि उनके घर में पूजा है इसलिए वह नहीं आ पाएंगे। बता दें कि इससे पहले समन जारी कर उन्हें 17 अप्रैल को बुलाया गया था तब बीमारी का हवाला देकर उन्होंने 3 सप्ताह की मोहलत मांगी थी। हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी मांग खारिज करते हुए नया समन जारी कर 26 अप्रैल को रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय दफ्तर आने को कहा था। गौरतलब है कि बिष्णु अग्रवाल को आज दिन में 11 बजे रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में हाजिर होना था। आशंका जाहिर की जा रही थी कि तबीयत खराब होने का हवाला देकर वह फिर आने से मना कर सकते हैं मगर उन्हें घर में पूजा होने की बात कही है। अब प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें 31 जुलाई को बुलाया है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय, कारोबारी बिष्णु अग्रवाल से रांची से चेशायर होम रोड, पुगडू एवं सिरमटोली में सेना की जमीन समेत अन्य जमीनों की खरीद-बिक्री से जुड़े मामले में पूछताछ करना चाहती है। रांची के चेशायर होम रोड स्थित 1 एकड़ एवं सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की फर्जी दस्तावेजों के सहारे खरीद-बिक्री की तहकीकात के संबंध में कारोबारी बिष्णु अग्रवाल का नाम भी सामने आया था। इस मामले में पहले से ही रांची के डीसी छवि रंजन जेल में बंद है। कारोबारी अमित अग्रवाल भी जेल में हैं। गौरतलब है कि जमीन घोटाला केस में ईडी के अफसरों ने 4 नवंबर 2022 को बिष्णु अग्रवाल के ठिकानों पर छापा मारा था। बाद में 3 बार उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए समन किया। रांची में फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अफसर खान की गिरफ्तारी के पश्चात् कई खुलासे हुए थे। चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद में उनका नाम सामने आया था। तहकीकात में इस जमीन की डील में प्रेम प्रकाश की भूमिका भी सामने आयी थी। वहीं पुगडू में 9.30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आयी थी। इस पेड़ पर सालाना 12 लाख रुपए क्यों खर्च करती है मध्य प्रदेश सरकार ? कीटनाशकों पर अब तक प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया ? केंद्र सरकार पर सख्त हुई सुप्रीम कोर्ट '2023 में आपको फिर..', अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने 2018 में ही कर दी भविष्यवाणी, आज सच हो गई