चंडीगढ़: सोमवार (9 सितंबर) को, गौरक्षक बिट्टू बजरंगी ने फरीदाबाद के एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ) विक्रम सिंह ने पुष्टि की कि बजरंगी ने एनआईटी फरीदाबाद सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा है। नामांकन दाखिल करने के बाद बजरंगी ने स्थानीय मीडिया से बातचीत की और कहा कि जनता ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है। यदि वे चुनाव जीतते हैं, तो वे धर्म, बेटियों को 'लव जिहाद' से बचाने और अन्य मुद्दों पर अपनी आवाज उठाते रहेंगे। बिट्टू बजरंगी कौन हैं? बिट्टू बजरंगी, जिनका असली नाम राजकुमार पंचाल है, एक हिंदू कार्यकर्ता हैं और गौ रक्षा बजरंग फोर्स के संस्थापक हैं। उन्हें इस्लामवादियों से धमकियाँ मिल रही हैं, जिन्होंने उनके परिवार के सदस्यों को भी निशाना बनाया है। पिछले साल 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह, मेवात जिले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित 'बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। शोभा यात्रा में शामिल हजारों हिंदुओं पर इस्लामवादियों ने योजनाबद्ध हमला किया था। इस घटना का दोष बिट्टू बजरंगी पर मढ़कर उन्हें निशाना बनाने की कोशिश की गई। इसके बाद, बजरंगी को मौत की धमकियाँ मिल रही हैं, और धमकी देने वाले लोग उन्हें "अपनी चप्पलें वापस ले ले" कहकर धमका रहे हैं। 'चप्पल' कोड का इस्तेमाल हिंदू कार्यकर्ताओं को यह याद दिलाने के लिए किया गया कि पिछले साल नूंह हिंसा के दौरान इस्लामी भीड़ ने हिंदू मंदिर के बाहर चप्पलें छोड़ दी थीं। बजरंगी को पुलिस से झड़प के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन फिलहाल वे जमानत पर जेल से बाहर हैं। हिंदू संगठनों ने उनके समर्थन में आवाज उठाई थी। शुरू में अफवाह फैली थी कि बिट्टू बजरंगी का नूंह हिंसा से संबंध है, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया कि बजरंगी पर नूंह हिंसा के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि उन्हें पुलिस से झड़प के एक अलग मामले में गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा और मतगणना 8 अक्टूबर को की जाएगी। 'हमास की ताकत ख़त्म, उसके नए कमांडर सिनवार को भी मार डालेंगे..', इजराइल का ऐलान 4 नए प्लेटफार्म और 5000 साइबर कमांडो..! साइबर क्राइम पर नकेल कसेगी सरकार SEBI चीफ माधबी बुच के खिलाफ कांग्रेस के नए आरोप, महिंद्रा को देना पड़ा जवाब