राजस्थान की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजों से कांग्रेस की बांछे खिल गई है.बता दें कि इन नतीजों ने जहाँ वसुंधराराजे सिंधिया सरकार को सन्देश दे दिया, बल्कि मध्य प्रदेश में भी होने वाले दो उप चुनावों के लिए भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. उल्लेखनीय है कि राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश में इसी माह अशोक नगर जिले की मुंगावली और शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है.दोनों जगहों पर कांग्रेस विधायक के निधन से यह सीट खाली हुई थी .राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों सीटों पर भाजपा की जीत आसान नहीं होगी.ज्योतिरादित्य सिंधिया का इन दोनों सीटों पर काफी मजबूत आधार है. बता दें कि राजनीतिक जानकार यह मान रहे हैं कि राजस्थान उपचुनाव के नतीजे एमपी के उपचुनावों पर असर डालेंगे .अटेर और चित्रकूट विधानसभा सीट पर पूर्व में हुए उप चुनाव में भी कांग्रेस की जीत से उसका उत्साह बढ़ा है .पिछले दिनों नगरीय निकाय चुनाव में भी भाजपा और कांग्रेस के बीच हुए कड़े संघर्ष में मामला 9-9 की बराबरी पर छूटा था. मतलब भाजपा को संकेत मिल गए हैं कि यह चुनाव जीतना सरल नहीं होगा. यह भी देखें मुंगावली-कोलारस उपचुनाव : भाजपा ने तय किए अपने उम्मीदवार सिंधिया को बीजेपी का ज़ोर का झटका धीरे से लगा