पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा यह कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी को भगवान राम को लेकर किसी भी तरह की श्रद्धा नहीं है। राम मंदिर के नाम पर राजनीति की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए राम मंदिर के मसले को जीवंत रखना चाहती है। इस मसले पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का यही नारा है यही नारा आरएसएस का भी है कि राम लाल हम आऐंगे, मंदिर वहीं बनाऐंगे। तारीख नहीं बताऐंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भगवान के नाम पर लोगों की आस्था से छलावा किया जा रहा है। यही नहीं बस मुद्दे जिंदा रखना ही लोगों का काम है। अयोध्या मसले पर जो भी वह कोर्ट के निर्णय से हो या फिर सभी की सहमति से इसका ध्यान रखना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के नेता राम मंदिर की बात कर रहे हैं, वे इसे राजीतिक रंग देने में लगे हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करना होगा। राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ होगा। जिसके लिए हमें बलिदान देने के लिए तैयार होना होगा। उनका कहना था कि अयोध्या का विवादित बाबरी ढांचा टूटने के 25 वर्ष बाद भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा मंदिर बनाने के लक्ष्य पर कायम है तो यह देश के जनतंत्र के लिए एक सवाल है।