जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अभी तीन वर्ष बाकी हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घर संभालने की कवायद शुरू कर दी है. कल शुक्रवार की रात राजस्थान के लिए भाजपा की कोर टीम का ऐलान किया गया. सोमवार को इसकी पहली बैठक हो सकती है. भाजपा महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह शनिवार की रात जयपुर पहुंचेंगे. जबकि सह प्रभारी भारती बेन शियाल कल जयपुर पहुंचेंगी. बड़े अरसे के बाद गुटों में बंटे भाजपा के नेता एक साथ बैठेंगे. वसुंधरा राजे भी कोर कमेटी की बैठक के लिए धौलपुर से जयपुर आएंगी. भाजपा ने सतीश पूनिया और वसुंधरा राजे जैसे नेताओंं को एक मंच पर लाने के लिए कोर टीम बनाई है. कोर टीम की बैठक में मामला नहीं बिगड़े इसके लिए पार्टी के महामंत्री भूपेन्द्र यादव और राज्यसभा सदस्य ओम माथुर जैसे बड़े नेताओं को भी टीम में जगह दी गई है. कोर टीम के ऐलान के बाद वसुंधरा समर्थकों में भारी उत्साह है. उन्हें लग रहा है कि वसुंधरा राजे भाजपा की सियासत की मुख्यधारा में वापस लौटेंगी. भाजपा ने कोर टीम के माध्यम से जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की है जिसमें अपने परंपरागत वोट बैंक, राजपूतों को सबसे अधिक जगह दी गई है. टीम में 3 राजपूत, 2 जाट, एक वैश्य ,एक ब्राह्मण,एक गुर्ज़र, एक यादव, एक माली ,एक दलित और एक आदिवासी समुदाय से हैं. कोर टीम में मीणा जाति को जगह नहीं मिलने की भी बात हो रही है. भाजपा सरकार पर अखिलेश का तंज, कहा- अमरुद 'इलाहाबादी' ही हैं या वो भी 'प्रयागराजी' हो गए ? लालू यादव की तबियत नाजुक ! RIMS में हालचाल जानने पहुंचे पूरा परिवार यूके में व्यापारिक गतिविधि में आया ये बदलाव