असम के बीजेपी सांसद कामाख्या प्रसाद तासा अपने बयान की वजह से विवादों से घिर गए हैं. उन पर महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी का अपमान करने का आरोप लगा है, कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि तासा ने नेहरू-गांधी की तुलना कचरे से की थी. दरअसल जोरहाट के सांसद कामाख्या प्रसाद तासा ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की मौजूदगी में शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को जाने बिना इतने सालों में लोगों के दिमाग में नेहरू-गांधी का कचरा भर दिया है. रविवार को तस्सा के बयान के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की. दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि सांसद ने महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का उल्लेख कचरे के तौर पर किया है. इसलिए हम उनकी गिरफ्तारी और अपराध प्रक्रिया संहिता के तहत कार्रवाई की मांग करते हैं.कांग्रेस उनके विरुद्ध प्रदर्शन कर उनके पुतले जलाकर उनको सांसद के पद से हटाने की मांग कर रही है.असम में बीजेपी कुछ कॉलेजों के नाम उपाध्याय पर रख चुकी है जिसके बाद कांग्रेस और स्थानीय संगठन बीजेपी पर राज्य में संघ की विचारधारा थोपने का आरोप लगाते आ रहे हैं. 5 दिन के लिए वाशिंगटन में 'शिवराज' आधार अनिवार्यता के खिलाफ SC में याचिका दायर विलय का विरोध हुआ तेज़