पटना: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अश्विनी कुमार चौबे ने इच्छा जताई है कि राज्य में NDA की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बने। बिहार में अक्टूबर 2025 में 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान होने की उम्मीद है। चौबे ने कहा कि भाजपा को "अपने दम पर सत्ता में आना चाहिए" क्योंकि उन्होंने सहयोगियों को साथ लेकर चलने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला चुनाव के बाद किया जाएगा और कहा कि पार्टी किसी भी "आयात" को स्वीकार नहीं करती है। चौबे ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि, "यह मेरी इच्छा है और मैंने पार्टी नेतृत्व से भी कहा है कि बिहार में भाजपा के नेतृत्व में NDA की सरकार बननी चाहिए। पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा अपने दम पर सत्ता में आए और अपने सहयोगियों को भी आगे ले जाए। यही मेरी मंशा है। इसके लिए हर कार्यकर्ता को अभी से काम पर लग जाना चाहिए। मैं बिना किसी अपेक्षा के इसे बखूबी निभाऊंगा।" पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जनता दल-यूनाइटेड (जेडी-यू) प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पार्टी के गठबंधन पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि "मुझे लगता है कि हम नीतीश कुमार को अपने साथ लेकर आगे बढ़ रहे थे, हम आज भी यही कर रहे हैं और भविष्य में भी यही करेंगे। चुनाव होने के बाद सीएम का चेहरा तय किया जाएगा। पार्टी और केंद्रीय नेतृत्व यह तय करेगा। लेकिन हम पार्टी में 'आयात' को स्वीकार नहीं करते हैं।" इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में जेडी(यू) सांसदों से मुलाकात की। पीएम मोदी ने बिहार में जेडी(यू) प्रमुख के नेतृत्व पर भी प्रकाश डाला और "सुशासन के लिए मिलकर काम करने" पर जोर दिया। बता दें कि, नीतीश कुमार इस साल की शुरुआत में एनडीए में लौट आए और भाजपा के समर्थन से बिहार के सीएम के रूप में शपथ ली। इसके बाद वह गठबंधन छोड़कर अगस्त 2022 में राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले 'महागठबंधन' में शामिल हो गए। कुमार की जेडीयू ने भाजपा के साथ गठबंधन में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा। NEET को लेकर राज्यसभा में भी हंगामा, उपराष्ट्रपति धनखड़ बोले- सरकार मामले की गहन जांच कर रही 'महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध करने वालों को कोई अग्रिम जमानत नहीं..', योगी सरकार का एक और कड़ा क़ानून ! राहुल गांधी ने मांगे दो मिनिट, लोकसभा स्पीकर बोले- पूरा वक़्त लीजिए, डिटेल में बोलिए..! फिर क्यों स्थगित हुआ सदन ?