लखनऊ: कासगंज में गणतंत्र दिवस की तिरंगा यात्रा के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद रविवार को शहर में कुछ राहत देखने को मिली है. लेकिन अब इस मामले ने राजनितिक तूल पकड़ लिया है. दंगे को लेकर बयानबाजी का माहौल बन गया है. समाजवादी पार्टी ने इसे पूरी तरह भाजपा की साजिश करार दिया है. पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है की, भाजपा द्वारा लोगों में भय फैलाया जा रहा है, भाजपा चाहती है की, लोग भयभीत रहेंगे तो वो अपने मन की कर सकेगी. समाजवादी पार्टी के ही एक और नेता आज़म खान ने जीएसटी और नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि, भाजपा ये सब इसलिए करवा रही है, ताकि लोगों का जीएसटी और नोटबंदी से ध्यान भटक जाये और उसे इन मुद्दों पर जवाब ने देना पड़े. इस बयानबाज़ी में कांग्रेस भी पीछे नहीं हटी उसने कहा कि, सरकार द्वारा ही उपद्रवियों को ढील दी गई है, अगर सरकार चाहती तो दंगे होने के पहले दिन ही कर्फ्यू लगा दिया जाता. विपक्ष की ओर से हो रही बयानबाज़ी के विरोध में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे भाजपा की छवि ख़राब करने वाली साजिश बताया. उल्लेखनीय यह है कि, इस दंगे के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का अब एक कोई बयान नहीं आया है. इलाहाबाद में भी एक कार्यक्रम में पहुंचे योगी ने हिंसा पर कुछ नहीं बोला. फिल्म कर्ज की म्यूजिक थीम बनाने वाले गिटारिस्ट गोरख शर्मा नहीं रहे करणी सेना का पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल कश्मीर में हिंसा का सिलसिला जारी है दो और मौतें