भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जहां बीजेपी चौथी बार सत्ता में आने के लिए जोर लगा रही है, वहीं कांग्रेस 15 साल के वनवास को खत्म करने की जुगत में जुटी हुई है। मध्यप्रदेश में कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां पर बीजेपी कई सालों से जीत का इंतजार कर रही है। ऐसी ही सीट है चुरहट। मध्यप्रदेश चुनाव: कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने 80 नाम किए मंजूर चुरहट विधानसभा सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की परंपरागत सीट मानी जाती है। यह विधानसभा सीट सीधी जिले में आती है और यह कांग्रेस का अब तक का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है। इस सीट पर भाजपा का जीतना असंभव माना जाता है। भाजपा आगामी चुनावों में इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन कांग्रेस के इस गढ़ को तोड़ पाना उसके लिए संभव प्रतीत नहीं होता है। 1998 से नहीं जीती भाजपा चुरहट विधानसभा सीट को भाजपा 20 साल से नहीं जीत पाई है। अगर इस सीट के चुनावों को देखें, तो अर्जुन सिंह यहां से 4 बार विधायक चुने गए हैं और अब उनके बेटे अजय सिंह यहां से विधायक हैं। अर्जुन सिंह 1977 से 1990 तक लगातार चार बार इस सीट से जीते। केवल 1993 में यहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गोविंद प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1998 से अब तक अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह यहां से विधायक हैं। भाजपा ने हर बार यहां पर अपना प्रत्याशी बदला, लेकिन कांग्रेस को यहां हरा पाने में नाकाम रही। क्या कहते हैं समीकरण चुरहट में क्षत्रिय, ब्राह्मण और पटेल मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। यही यहां पर हार—जीत का समीकरण तय करते हैं। ऐसे में बीजेपी को यहां पर मजबूत उम्मीदवार उतारने की जरूरत है, जो कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगा सके। क्या कहते हैं पिछले चुनाव के आंकड़े अगर हम चुरहट विधानसभा सीट के पिछले चुनावों का विश्लेषण करें, तो पाएंगे कि यहां पर कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन सिंह के परिवार का राज चलता है। अर्जुन सिंह के बेट अजय सिंह ने पिछले चुनावों में यहां से भाजपा प्रत्याशी शरतेंद्र को 19,356 मतों से पराजित किया था। चुनावी अपडेट मध्यप्रदेश चुनाव: पिछले चुनावों में कांग्रेस से पिट चुके ये भाजपा नेता, फिर उतरेंगे मैदान में ! MP चुनाव : पीएम मोदी का कांग्रेस पर तंज- मुख्यमंत्री पद के तीनों उम्मीदवार खींच रहे हैं एक दूसरे की टांग मध्यप्रदेश चुनाव : कांग्रेस की 'पहली लिस्ट' से कमलनाथ नाराज, यह है वजह