नई दिल्ली: बहुचर्चित और विवादित राफेल सौदे में एक नया मोड़ आया है, यह विवाद अब और ज्यादा उलझता नज़र आ रहा है, इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोपों का दौर जोरों से चल रहा है. आज भी सदन में इस मुद्दे को लेकर काफी हंगामा मचा, इसी के चलते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी के चार सांसदों ने विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव का नोटिस दिए गए हैं . आखिर क्या है बहुचर्चित और विवादित राफेल सौदा लेकिन शुरू से इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में लगी हुई कांग्रेस कहाँ चुप रहने वाली थी. कांग्रेस के भी 10 सांसद ने पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस जारी कर दिए हैं. ये नोटिस अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस के दौरान राफेल मुद्दे की सही जानकारी न देने और गुमराह करने के बारे में है, इसमें से 5 नोटिस पीएम मोदी और 5 नोटिस रक्षा मंत्री के खिलाफ हैं. मुझसे गले मिलने से पहले 10 बार सोचेंगे राहुल- योगी आपको बता दें कि 20 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की गई थी, लेकिन कांग्रेस को इसका कोई लाभ नहीं मिला. एक मात्र मुद्दा जो कांग्रेस को उस दिन से मिला वो था राफेल डील. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने राफेल विमान में घोटाला करने के आरोप लगाते हुए विमान की कीमत के बारे में सवाल उठाया था. जिसे रक्षा मंत्री ने यह कहते हुए टाल दिया था, कि फ्रांस के साथ हुई संधि के कारण इन विमानों की कीमत सार्वजनिक नहीं की जा सकती. इस मामले पर खुद फ्रांस ने भी बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत और उनके बीच इस सौदे को लेकर संधि हुई थी, कि इसकी कीमत सार्वजनिक नहीं की जाएगी, फ्रांस ने अपने बयान में यह भी कहा था कि यह संधि 2008 में की गई थी और उस समय कांग्रेस की ही सरकार थी. खबरें और भी :- पांच महीने से मोदी को गले लगाने के लिए तरस रहे थे राहुल सदन में वेणुगोपाल ने उछाला नीट डाटा लीक का मुद्दा NEET डाटा लीक पर भड़के राहुल, जाँच की मांग की