देहरादून: उत्तराखंड के हरिद्वार पंचायत चुनाव के लिए जिला पंचायत सदस्य पद पर उम्मीदवारों का ऐलान होते ही बीजेपी, कांग्रेस एवं बहुजन समाज पार्टी में घमासान मच गया है। टिकट कटने से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक के खिलाफ बहादराबाद में प्रदर्शन किया एवं पुतला फूंका। कई ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को भेजा। तीनों पार्टी के नेता टिकट कटने के पश्चात् निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं। सलेमपुर महदूद-1 में बीजेपी से डॉ. धर्मेंद्र अपनी पत्नी किरण के लिए टिकट मांग रहे थे। मंगलवार प्रातः मना कर दिया गया। बहुजन समाज पार्टी से संपर्क हुआ और उन्हें बहुजन समाज पार्टी ने टिकट दे दिया। बीजेपी ने मंजू देवी को प्रत्याशी बनाया है। इसी सीट से संदीप चनालिया एवं बहादराबाद के मंडल महामंत्री देवेंद्र अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे। टिकट कटा तो दोनों नेता बगावत पर आ गए। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने बहादराबाद काली माता मंदिर पर बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताते हुए बीजेपी एवं पूर्व ज्वालापुर बीजेपी MLA सुरेश राठौर के खिलाफ नारेबाजी की है। बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जिला पंचायत चुनाव में उनकी अनदेखी की गई है। पुतला दहन करने वालों में देवेंद्र कुमार मंडल महामंत्री, संदीप चनालिया, कुलदीप कुमार नौटियाल, मनोज कुमार, रोहित कुमार, विजेंद्र कुमार, हार्दिक, अजीत कुमार, विनीत, पिंकी वाल्मीकि आदि उपस्थित रहे। संदीप चनालिया ने प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया है। दूसरी तरफ बहादराबाद ब्लॉक की औरंगाबाद सीट से बहुजन समाज पार्टी नेता दीवान चंद कमल अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे। किन्तु खड़क सिंह की पत्नी आशा सिंह को टिकट दे दिया गया। दीवान सिंह ने बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। गढ़ सीट से कांग्रेस ने नदीम अली को प्रत्याशी बनाया तो दावेदार महबूब आलम ने सोशल मीडिया पर बड़े नेताओं पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि टिकट पर 15 लाख भारी है। आलम ने निर्दलीय ही ताल ठोक दी है। 'अंडर गारमेंट्स खरीदने दिल्ली गए थे', मीडिया के सामने ये क्या बोल गए CM सोरेन के भाई? अमित शाह की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही, आसपास घंटों घूमता दिखा ये शख्स प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड में NIA का छापा, कन्हैयालाल मर्डर का विरोध करने पर कट्टरपंथियों ने कर दी थी हत्या