मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में कहा है कि उनका मानना है कि लंबे समय तक शिवसेना के साथ गठबंधन के कारण महाराष्ट्र में भाजपा अपना विस्तार नहीं कर सकी, जबकि अगले विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के पास अकेले सत्ता में आने का सुनहरा मौका है। बीते गुरूवार के दिन देवेंद्र फडणवीस ने पुणे की शिवसेना नेता आशा बुचके के भाजपा में प्रवेश के अवसर पर यह बातें कही। इस दौरान उन्होंने यह कहा कि, 'भाजपा पहले इसलिए महाराष्ट्र में अपना जनाधार नहीं बढ़ा सकी, क्योंकि यह शिवसेना के साथ गठबंधन में थी। अब भाजपा को छोड़कर राज्य की तीनों प्रमुख पार्टियां सत्ता में हैं। यह भाजपा को राज्यव्यापी विस्तार देने का सुनहरा अवसर है। भाजपा इसका लाभ लेते हुए अगले विधानसभा चुनाव में अकेले सरकार बनाएगी।' देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि, 'सत्ता में शामिल तीनों दल (शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा) घुटन महसूस कर रही हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन के एक दल की नेता आशा बुचके का भाजपा में आना स्वागत योग्य है। भाजपा और शिवसेना 1985 के बाद से महाराष्ट्र में गठबंधन करके चुनाव लड़ते रहे हैं।' उनका कहना है गठबंधन के कारण महाराष्ट्र की आधे से ज्यादा विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कभी लड़ने का अवसर ही नहीं मिला। इसी के चलते इन क्षेत्रों में वह अपना जनाधार भी नहीं खड़ा कर पाई। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा, 'विधानसभा चुनाव में शिवसेना हमेशा भाजपा से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ती रही है। साल 2014 में जब भाजपा ने बराबर सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव रखा तो यह गठबंधन टूट गया। शिवसेना और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़े। तब भाजपा की सीटें शिवसेना से काफी ज्यादा आईं। यह स्थिति देखकर ही शिवसेना ने 2019 में पुनः गठबंधन करना ही उचित समझा। इस बार भी भाजपा की सीटें शिवसेना से लगभग दोगुनी आईं, लेकिन तब शिवसेना ने चुनाव बाद भाजपा के साथ गठबंधन तोड़कर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ सरकार बना ली।' 'गाय का गोबर कहलाने में मुझे कोई शर्म नहीं, बल्कि गर्व होता है' - केरल राज्यसभा सांसद जम्मू-कश्मीर में एक और नेता की हत्या, घर में घुसकर बरसाईं गोलियां विक्की कौशल और कैटरीना कैफ की सगाई पर अभिनेता के पिता ने तोड़ी चुप्पी