पश्चिम बंगाल के मंत्री ब्रात्या बसु ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि किसानों के आंदोलन को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा भय और धमकियों की भावना पैदा की गई है और ऐसा लगता है कि कई हस्तियों को 'बंदूक की नोक' पर आंदोलन के खिलाफ ट्वीट करने के लिए 'मजबूर' किया जा रहा है। बसु ने कहा कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को दिडिंग करने वाली कुछ हस्तियों के ट्वीट में समान शब्द और वाक्यांश साझा किए गए हैं। उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि ये ट्वीट बंदूक की नोक पर निकाले गए थे। बसु ने कहा, माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों रिहाना और ग्रेटा थुनबर्ग की टिप्पणियों से पता चलता है कि आंदोलन ने देश के बाहर भी लहर पैदा की है। उन्होंने कहा, 'इतनी आलोचना के बावजूद, हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खिल्ली उड़ाते हुए उनके और टीएमसी के खिलाफ इतनी अनुचित, क्रूड और व्यक्तिगत टिप्पणी के बावजूद पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र कायम है। उन्होंने अभिनेत्री तापसी पन्नू को उनके समर्थन और किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुटता के लिए ट्रोलिंग को कम कर दिया। ट्रोलिंग से पता चलता है कि कैसे ''भय और उत्पीड़न'' अब देश में व्याप्त है। हम एक शासन नहीं हैं जो वर्वारा राव जैसे कार्यकर्ताओं के स्कोर को प्रतिष्ठान के खिलाफ बोलने के लिए कैद करेंगे। हमारी सरकार भाजपा की तरह प्रतिशोधी नहीं है।' बसु ने टीएमसी टर्नकोट में एक स्वाइप लिया, जो हाल ही में एक चार्टर्ड उड़ान में भाजपा में शामिल होने के लिए दिल्ली गए और आश्चर्य किया कि क्या भगवा पार्टी ने अपने स्थानीय नेताओं को कोई महत्व दिया है। किसान आंदोलन को लेकर बोले मेघालय के राज्यपाल- इस आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता... केरल भाजपा ने लोक सेवा आयोग पर लगाया ये बड़ा आरोप बारबाडोस के प्रधानमंत्री ने कोरोना वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री मोदी का किया धन्यवाद