कर्नाटक में सरकार बनाने की जल्दबाजी में नहीं है बीजेपी

नई दिल्लीः कर्नाटक में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार गिराने के बाद भाजपा सरकार बनाने को ले कर जल्दबाजी में नहीं है। इस दिशा में कदम बढ़ाने से पहले पार्टी नेतृत्व कांग्रेस-जेडीएस के 15 बागी विधायकों के संबंध में स्पीकर या सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहती है। पार्टी में सीएम पद को ले कर संशय नहीं है। सरकार की कमान पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ही संभालेंगे। गुरूवार को राज्य में भावी रणनीति तय करने केलिए पार्टी के राज्य इकाई के वरिष्ठ नेता जगदीश शेट्टार और अरविंद लिम्बावली ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दो बार मुलाकात की।

मुलाकात में तय हुआ कि सरकार गठन की दिशा में आगे बढने से पहले 15 बागी विधायकों पर सुप्रीम कोर्ट या स्पीकर के निर्णय का इंतजार किया जाए। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में येदियुरप्पा केभावी सरकार की कमान देने पर आम सहमति थी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता केमुताबिक इस समय भाजपा के पक्ष में 107 विधायक हैं। मुश्किल यह है कि अभी तक बागी विधायकों के संदर्भ में फैसला नहीं हुआ है। अगर स्पीकर ने इन बागी विधायकों को अयोग्य कर दिया तो सरकार बनाने की राह आसान हो जाएगी।

इसके अलावा पार्टी को चिंता है कि अगर निर्णय में कुछ भी उलटफेर हुआ, कुछ बागी विधायक फिर से पुराने गठबंधन के पक्ष में खड़े हुए तो मुश्किल हो जाएगी। नेतृत्व चाहता है कि सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले बागी विधायकों पर फैसला होने के साथ ही इन विधायकों के साथ पार्टी नेताओं की ठोस बातचीत हो जाए। इसके अलावा नेतृत्व चाहता है कि पार्टी को कुछ और विपक्षी दलों के विधायकोंका समर्थन हासिल हो, जिससे भविष्य में सरकार की स्थिरता को ले कर कोई संशय नहीं रहे। अगर बागी विधायकों पर फैसला आने में देरी हुई तो मोदी सरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का विकल्प भी चुन सकती है।

ज्या बच्चन पर जमकर भड़का यह राज्यसभा सदस्य, कहा- 'अपने पति से जुम्मा-चुम्मा....'

तीन तलाक़ बिल पर बोले ओवैसी, कहा- इस्लाम में शादी महज एक कॉन्ट्रैक्ट, जन्म-जन्म का बंधन नहीं

कार में छिपा कर लाया जा रहा था ढाई क्विंटल गांजा, झारखण्ड पुलिस ने पकड़ा

Related News