नई दिल्ली: दिल्ली में इस साल भी लोगों को सार्वजनिक तौर पर छठ पूजा मनाने की इजाजत नहीं मिली है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) द्वारा यह पाबन्दी लगाई गई है। इसको लेकर आदेश जारी करते हुए कहा गया है कि कोरोना के मामलों में भले ही कमी आई है, किन्तु त्योहारों के सीजन में संक्रमण के फैलने की आशंका बढ़ जाती है, ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर पूजा करने का जोखिम नहीं लिया जा सकता है। आदेश के मुताबिक, सार्वजनिक स्थानों, मैदानों और मंदिरों में कार्यक्रमों पर भी रोक रहेगी। DDMA का यह आदेश 15 नवंबर तक प्रभावी रहेगा। बता दें कि 9 और 10 नवंबर को छठ पूजा है। DDMA के आदेश के मुताबिक, त्योहारों के सीजन में दिल्ली में मेले के आयोजन, फूड स्टॉल, झूला लगाना या रैली निकालने की भी इजाजत नहीं है। किसी भी सार्वजनिक जगह पर उत्सवों के आयोजनों की इजाजत नहीं दी गई है। दिल्ली में उत्सवों के आयोजनों में खड़े होने या जमीन पर बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी, शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए केवल कुर्सियों पर बैठने की इजाजत होगी। प्राधिकरण ने लोगों को हिदायत दी है कि वह अपने घर पर ही सुरक्षित तरीके से छठ पूजा मनाएँ। ईद हुई है छट भी होगी, चाहे मौलाना केजरीवाल परमिशन दे यां न दे । चेलेंज है @ArvindKejriwal pic.twitter.com/9LLArt9keS — Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) September 30, 2021 वहीं, इस आदेश के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा है कि 'ईद हुई है छठ भी होगी, चाहे मौलाना केजरीवाल परमिशन दे या न दे। चैलेंज है।' 'अपनी माँ को बेचते हैं पीएम मोदी...', कांग्रेस नेता की 'बदजुबानी' का Video Viral खराब मौसम में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किए जाए निवारक उपाय: कलेक्टर नारायण रेड्डी सिद्धू और सीएम चन्नी की मुलाक़ात जारी, क्या थमेगा पंजाब कांग्रेस में उठा तूफ़ान ?