मेरठ: देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के मेरठ जनपद में एनसीईआरटी की 35 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी पुस्तक बरामद होने के केस में परतापुर पुलिस ने बीजेपी नेता संजीव गुप्ता की मोहकमपुर में स्थित फैक्टरी को सील कर दिया. वहीं बागपत के बड़ौत में भी एनसीईआरटी की नकली पुस्तकों के संदेह में छापेमारी की गई. हालांकि वहां कुछ प्राप्त नहीं हुआ. वही पुलिस ने बताया कि केस में हिरासत में लिए गए चारों अपराधियों शिवम, राहुल, आकाश तथा सुनील को जेल भेज दिया गया है. मुख्य अपराधी संजीव गुप्ता तथा सचिन गुप्ता को एसटीएफ और परतापुर पुलिस हिरासत में नहीं ले पाई. उनकी खोजबीन में दबिश दी जा रही है. पुलिस के मुताबिक, संजीव गुप्ता के गोदाम को शुक्रवार को ही सील कर दिया गया था. संजीव तथा उसके भतीजे सचिन को हिरासत में लेने के लिए उनके संबंधियों तथा संपर्क वालों की भी जांच की जा रही है. वही दूसरी तरफ चर्चा है कि संजीव तथा सचिन कोर्ट में सरेंडर होने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं एनसीईआरटी की नकली पुस्तकें होने के संदेह में बागपत के बड़ौत में रविवार रात एसडीएम दुर्गेश मिश्र तथा सीओ आलोक सिंह ने वीके प्रकाशन के गोदाम पर छापा मारा. छापे के चलते आठ पुस्तक के सैंपल लिए गए. किताबों पर वाटरमार्क की भी जांच की गई. साथ ही एसडीएम तथा सीओ ने बताया कि वीके प्रकाशन के ओनर से पुस्तक के बिलों की छाया प्रति मांगी गई है. इसकी पूरी रिपोर्ट सोमवार को एनसीईआरटी को भेजी जाएगी. वही अब पुरे मामले की जांच की जा रही है. यूपी: बीजेपी विधायक का भतीजा हुआ गिरफ्तार, ये है कारण राहुल ने लगाया 'भाजपा से मिलीभगत' का आरोप, इस्तीफा देने को तैयार हुए गुलाम नबी आज़ाद 'भाजपा से मिलीभगत' के आरोप पर भड़के कपिल सिब्बल, राहुल गाँधी को यूँ दिया जवाब