नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी 2019 की तैयारियों में जोर—शोर से जुट गई है। इस बार फिर उसने भगवान को सहारा बनाया है। अपनी हिंदूवादी पार्टी की छवि को भुनाते हुए भाजपा ने मिशन 2019 फतह करने की योजना बनाई है और इसके लिए वह मंदिरों और आश्रमों का डेटा एकत्रित कर रही है। जानकारी के अनुसार, भाजपा ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश में बूथ स्तर पर धार्मिक जगहों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है, ताकि 2019 के आम चुनाव के पहले धर्म और जाति के आधार पर वोट बैंक तैयार करने की रणनीति बना सके। सूत्रों ने बताया कि भाजपा चाहती है कि हिंदू और दलित वोटों पर पूरी निगाह रखी जाए, ताकि लोकसभा चुनाव में उसका यह वोट बैंक कहीं और न जाए। इसके लिए भाजपा की उत्तर प्रदेश राज्य इकाई ने मंदिरों और आश्रमों के डेटा एकत्रित करने के लिए राज्य के 1.4 लाख बूथ स्तर के इंचार्ज को काम सौंपा है। यह इंचार्ज धार्मिक स्थलों के साथ ही बूथ स्तर पर फॉर्म वितरित करेंगे और वहां के डेटा एकत्रित करेंगे। सूत्रों के अनुसार, दरअसल, धार्मिक स्थलों के जरिए भाजपा उस स्थल के भक्तों तक पहुंचना चाहती है, ताकि 2019 के चुनावों में उनका फायदा उठाया जा सके। इतना ही नहीं दलित वोटों को लुभाने के लिए भाजपा ने बूथ स्तर पर बनाई गई समितियों में एक पिछड़ा वर्ग का सदस्य भी होगा, ताकि दलित मतदाताओं की पूरी जानकारी एकत्रित की जा सके। BJP को चाहिए कांग्रेस का साथ... बता दें कि बूथ स्तर पर कमेटी के निर्माण के लिए 16 अगस्त से 25 अगस्त के बीच में बैठक होगी। जानकारी के अनुसार 29 लाख कार्यकर्ताओं की एक टीम बनाई जाएगी और इनमें से ब्लॉक और जिला स्तर पर टीमों का गठन किया जाएगा, ताकि उत्तर प्रदेश में हर स्तर पर पहुंचा जा सके। खबरें और भी PM मोदी से डरते हैं ओवैसी... बुआ-भतीजा और कांग्रेस के मिलने पर भी हम 72 नही 74 ही होंगे : अमित शाह मप्र में सवा लाख युवाओं को रोजगार देंगी शिवराज सरकार