इंदौर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की जेल जाने के बाद भी अकड़ कम नहीं हुई है. इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के इल्जाम में जेल से बाहर आने के बाद आकाश विजयवर्गीय को अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है. आकाश ने बाहर आकर कहा कि, 'जब महिलाओं को पुलिस के सामने घसीटा जा रहा हो, तो मैं ये बिलकुल बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं. अधिकारी जनता, विशेषकर महिलाओं का सम्मान करें और उनकी परेशानियों को सुनें. मुझको अपने किए पर कोई शर्मिंदगी नहीं है. हालांकि अब हम गांधी के रास्ते पर चलने की कोशिश करेंगे, किन्तु मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का मौका न दे.' रविवार सुबह सारी कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद भाजपा MLA आकाश विजयवर्गीय जेल से बाहर आ गए. भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय जब जेल से बाहर आ गए, तो उनके चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं थी. उन्होंने जेल से बाहर आते ही कहा कि, 'जेल में समय अच्छा गुजरा. मैं अपने क्षेत्र और जनता की बेहतरी के लिए कार्य करता रहूंगा.' आपको बता दें कि इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के इल्जाम में आकाश विजयवर्गीय को शनिवार को अदालत से जमानत मिल गई थी. अफ़ग़ानिस्तान के 3000 छात्रों को छात्रवृत्ति देगा पाकिस्तान, ये है प्लान जुलाई में अमेरिका जा सकते हैं इमरान खान, डोनाल्ड ट्रम्प से करेंगे मुलाकात राहुल गाँधी के बयान के बाद कांग्रेस ने इस्तीफों की बाढ़, कई प्रमुखों ने सौंपा त्यागपत्र