मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद रामस्वरुप शर्मा (62) की संदिग्ध मौत की वास्तविक कहानी से अभी तक परदा नहीं उठ सका है। दिल्ली पुलिस ने घटना की जानकारी रामस्वरुप शर्मा के मंडी में रहने वाले परिवार वालों को दे दी है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है। परिवार वालों के दिल्ली पहुंचने पर शव का पोस्टमॉर्टम किया जायेगा। घटनास्थल पर मतलब जिस कमरे में रामस्वरुप शर्मा की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से झूलते हुए मिली, उसके भीतर का नजारा बहुत भयावह था। स्वयं की पहचान उजागर न करने की शर्त पर, नई दिल्ली जिला पुलिस के एक आला पुलिस अफसर ने बुधवार दोपहर घटनास्थल के स्थितियों को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं। जिनके अनुसार, रामस्वरुप शर्मा काफी वक़्त से बीमार चल रहे थे। वो रक्तचाप तथा मधुमेह जैसे गंभीर मरीजों की गिरफ्त में थे। इसके लिए वो दवाईयां भी निरंतर ले रहे थे। इन समस्याओं के बाद भी उनके समीप दिल्ली में किसी परिवार के सदस्य की उपस्थिति न होना भी कई प्रश्न खड़े करती है। रामस्वरुप शर्मा सांसद थे, उनके समीप किसी चीज की कमी नहीं थी। रहने को सरकारी आवास आबंटित था। इसके पश्चात् भी रामस्वरुप शर्मा काफी वक़्त से अपने निज सचिव/सहायक तथा नौकरों के साथ ही रह रहे थे। घटनास्थल पर पहुंचे नॉर्थ एवन्यू थाने के एक अफसर के अनुसार, कमरे के दरवाजे को तोड़कर भीतर जाना संभव हुआ। सांसद की लाश छत के सहारे लटका हुआ था। नौकरों ने कहा कि, वे (सांसद) कई दिन से फ्लैट के बाहर नहीं निकले थे। कुछ समय से उन्होंने पीए तथा नौकरों से भी बोलना बहुत कम कर दिया था। दो-चार दिन से तो रामस्वरुप शर्मा एकांतवास में ही चले गये थे। पता चला है कि उन्हें पहले भी दिल का दौरा पड़ चुका था। हांलांकि इन सभी तथ्यों की पुष्टि परिवार के लोगों तथा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही होगी।” कोचिंग पढ़ने जाता था बच्चा, फिर टीचर ने बना लिया अपना पति शर्मनाक: दुकानदार ने बच्चों को बंधक बनाकर किया ये हाल जिस चोर को ढूंढ रही थी पुलिस वो निकला मनोरंजन जगत का सुपरस्टार, इस तरह देता था घटना को अंजाम