लखनऊ: आज सुबह ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर का नाम बदल कर 'डॉ भीमराव रामजी अम्बेडकर' किया गया था. संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर के साथ उनके पिता 'रामजी मालोजी सकपाल' का नाम जोड़ा गया था. इस बात को अभी कुछ ही घंटे हुए थे कि बाबा साहेब के नाम बदलने के मामले को लेकर आपत्तियां भी आना शुरू हो गई हैं. यूपी सरकार के इस फैसले पर सर्वप्रथम बीजेपी सांसद उदित राज ने ऊँगली उठाई है. उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम के मध्य में रामजी लिखे जाने से अनावश्यक विवाद खड़ा किया गया है. इससे दलित भी नाराज हैं. उदित राज का कहना है कि इसका प्रतिकूल असर पड़ता दिख रहा है. उन्होंने कहा कि सोशल मेसेजिंग साइट व्हाट्सएप्प पर भी यूपी सरकार के इस फैसले का विरोध हो रहा है. उदित राज ने कहा है कि बाबा साहेब का नाम बदलने के पीछे यूपी सरकार की मंशा समझ से परे है. उदित राज ने बाबा साहेब के नाम में रामजी जोड़ने के फैंसले को राजनीति से प्रेरित फैसला बताया है, जिसे लेकर उन्होंने अपनी ही पार्टी की सरकार के फैसले के खिलाफ नाराजगी जताई है. आपको बता दे कि इससे पहले भी बीजेपी सांसद उदित राज ने एससी-एसटी एक्ट में सु्प्रीम कोर्ट के फैंसले पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी. गौरतलब है कि अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने दलितों से जुड़े कानून में बदलाव करने का आदेश दिया था. जिसके तहत सु्प्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस एक्ट के तहत कानून का दुरुपयोग हो रहा है और इस एक्ट के तहत दर्ज मामलें में तुरंत गिरफ्तारी ना की जाए. डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम के साथ जुड़ेगा राम का नाम योगी आदित्यनाथ आज बस्ती में अमित शाह की शह से बसपा को मात