पुणे: देशभर में मनाए जा रहे गणेश चतुर्थी उत्सव के बीच पुणे में बड़ी दुर्घटना होने से टल गई। यहां मंगलवार शाम को गणेश पंडाल में अचानक आग लग गई। दुर्घटना उस वक़्त हुई जब भाजपा अध्यक्ष जे।पी।नड्डा पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चन्द्रशेखर बावनकुले के साथ पूजा-अर्चना कर रहे थे। आग लगते ही उन्हें सही सलामत मौके से बाहर निकाला गया तथा इसकी खबर अग्निशमन विभाग को दी गई। दरअसल, मामला शहर के मध्य में लोकमान्य नगर क्षेत्र का है। यहां गणेश चतुर्थी के लिए साने गुरुजी तरूण गणेश मंडल द्वारा महाकाल मंदिर की प्रतिकृति का एक अस्थाई पंडाल बनाया गया है। इसी पंडाल के शीर्ष कलश में आग लग गई। ऐहतियात के रूप में नड्डा को आरती बीच में ही छोड़कर बाहर आना पड़ा। अग्निशमन विभाग के एक अफसर ने कहा कि आग साने गुरुजी गणेश मित्र मंडल द्वारा स्थापित पंडाल में आतिशबाजी की वजह से लगी हो सकती है। आग पर नियंत्रण पा लिया गया। किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। आगे की तहकीकात की जा रही है। बता दें कि ये पर्व भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। मानते हैं कि इसी दिन गणेश जी का प्राकट्य हुआ था। ये भी कहा जाता है कि इस दिन गणेश जी धरती पर आकर श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। गणेश जी की पूजा की अवधि 10 दिन तक होती है, इसे गणेश महोत्सव कहते हैं। इसमें गणेश जी धरती पर निवास करते हैं, अनंत चतुर्दशी तक गणेश महोत्सव चलता है। इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर मतलब आज से आरंभ हो रहा है तथा 28 सितंबर तक रहेगा। यह त्योहार महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, उत्तर प्रदेश एवं कर्नाटक में मनाया जाता है। 'हमारी लड़ाई गणेश जी को दूध पिलाने वालों से है', जनता से बोले बिहार कांग्रेस अध्यक्ष 'ऐसे देश के साथ सामान्य होने की कोशिश करना बहुत कठिन है जिसने बार-बार समझौते तोड़े हैं', एस. जयशंकर की चीन को खरी-खरी उज्जैन में 12 वर्षीय मासूम के साथ हुई दरिंदगी, अर्धनग्न अवस्था में ढाई घंटे तक घूमती रही, जाँच में जुटी पुलिस