अगरतला: पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आ रहे हैं। रुझानों में भाजपा फिर सत्ता में वापसी करती हुई नज़र आ रही है। बता दें कि, इन तीनों राज्यों में पहले से ही भाजपा गठबंधन वाली सरकारें थीं, अब एक बार फिर जनता ने विकास के अजेंडे पर भरोसा जताते हुए भाजपा को वोट दिया है। वहीं, देशभर में भारत जोड़ो यात्रा निकालने के बाद नए तेवर में नज़र आ रही कांग्रेस को फिर एक बार निराशा ही हाथ लगी है। राहुल गांधी की 'तपस्वी' वाली छवि का भी कांग्रेस को कोई फायदा मिलता नज़र नहीं आया है। त्रिपुरा में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाले लेफ्ट का प्रदर्शन भी ख़राब रहा है। वहीं, दूसरी तरफ अपने चुनावी प्रदर्शन से भाजपा इस कदर उत्साहित है कि पीएम नरेंद्र मोदी पार्टी के जश्न में शामिल होने के लिए पार्टी हेडक्वार्टर जाएंगे और वहां से देश को संबोधित करेंगे। बता दें कि, त्रिपुरा की सभी 60 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। यहां भाजपा ने 34 सीटों पर बढ़त बना रखी है। वहीं, कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन महज 15 सीटों पर आगे चल रही है। इस चुनाव में नई नवेली टिपरा मोथा पार्टी (TPM) ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 13 सीटों पर आगे चल रही है। रुझानों में भाजपा को हालांकि किसी के समर्थन की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद भी भाजपा, TMP को साथ आने का ऑफर दे सकती है। वहीं, मेघालय में भाजपा अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरी हुई थी। राज्य में भाजपा को पांच सीटों का फायदा मिलता नज़र आ रहा है। पिछली सरकार में भाजपा के पास सिर्फ दो सीटें थी। वहीं, संगमा की पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) को 26 सीटों पर बढ़त है। कांग्रेस को इस चुनाव में काफी नुकसान हुआ है। 21 से घटकर 4 सीटों पर समिटती नज़र आ रही है। वहीं, इस चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी हैरान किया है। TMC के खाते में 5 सीटें जाती दिख रही हैं। हालांकि, इस बात की प्रबल संभावना है कि मेघालय में भाजपा और NPP साथ मिलकर सरकर बना लेगी। दरअसल, हिमंत बिस्व सरमा और कोनराड संगमा ने परिणाम से पहले मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने गठबंधन को लेकर बातचीत की थी। डबल मीनिंग वाले गानों को लेकर सख्त हुई सरकार, किया ये बड़ा ऐलान 'हमने खुद ही कम सीटों पर...', विधानसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन पर बोले कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में पस्त कांग्रेस को महाराष्ट्र से मिली राहत, एक सीट पर दर्ज की जीत