अरुंधति रॉय के लेक्चर को लेकर खड़ा हुआ विवाद, बीजेपी ने किया विरोध

तिरुवनंतपुरम : केरल की कोझीकोड विश्विधायल के बी.ए. इंग्लिश के थर्ड सेमेस्टर में लेखिका अरुंधति रॉय के लेक्चर 'Come September' को पढ़ाए जाने पर विवाद पैदा हो गया है. भाजपा के राज्य अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने धर्म के आधार पर भेदभाव का हवाला देते हुए इसे सिलेबस से हटाने की मांग की गई है. अध्यक्ष सुरेंद्रन ने आरोप लगते हुए यह बोला है की, 'इस बुक में खुलेआम हिंदू फासीवाद की बात बोली गई है. विश्विधायल ने अपने सिलेबस में जिहादी साहित्य को क्यों शामिल किया है? इसका मोटिव कैम्पस को धर्म के नाम पर बांटना है. ' उन्होंने शिक्षा डिपार्टमेंट पर निशाना साधा है.

भाजपा नेता ने लेक्चर के सिलेबस में शामिल करने वालों के विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. इस बारें में उन्होंने बोला कि इसे फ़ौरन सिलेबस से हटा देना चाहिए. इसके साथ ही अध्यक्ष सुरेंद्रन ने कानूनी कार्रवाई तथा धरना-प्रदर्शन करने की बात भी बोली है.

बता दें की अरुंधति ने साल 2002 में यह लेक्चर दिया था, जो कि साल 2003 में पब्लिश कर दिया गया था. यह वीडियो और ट्रांसक्रिप्ट फॉर्मेट में इंटरनेट पर उपस्थित है. कई लोगों ने इस मामले को लेकर लेखक की तारीफ भी की गई है. आतंकवाद के विरुद्ध अमेरिका की जंग लेक्चर में अन्य मामले के साथ ही राष्ट्रवाद का गलत प्रयोग भी शामिल किया गया है.  इस लेक्चर में अरुंधति ने बोला, 'देश में जो कोई परमाणु बम, बड़े बांधों, कॉर्पोरेट वैश्वीकरण, सांप्रदायिक हिंदू फासीवाद का बढ़ता खतरा पर अपने इरादा रखता है, उसे सरकार एंटी नैशनल बोल देती है. 20वीं सदी में राष्ट्रवाद की अवधारणा ही अधिकतर नरसंहारों के वजह से रही हैं, चाहे वो किसी भी प्रकार की रही हों.'

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