बैंगलोर: कर्नाटक के पूर्व मंत्री बी नागेंद्र को कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि निगम बोर्ड घोटाले में ED द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद, कर्नाटक कांग्रेस ने आज गुरुवार को भाजपा पर विपक्ष के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। इस घोटाले के कारण बैकफुट पर आई कांग्रेस ने कहा है कि विपक्ष इसके खिलाफ कानूनी तरीके से लड़ेगा। कर्नाटक के पांच मंत्रियों ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि निगम बोर्ड घोटाले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि, "वे (भाजपा) एजेंसियों का इस्तेमाल करते हैं, फिर उन्हें लगता है कि उनकी राज्य इकाई गिर रही है। पिछले दस सालों में, आप गिन सकते हैं कि उन्होंने कितनी सरकारें गिराईं। 2014 में, अरुणाचल प्रदेश (46 विधायक), गोवा, मणिपुर, कर्नाटक, गुजरात, असम, नागालैंड, सिक्किम और मेघालय ने आईटी, ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया। महाराष्ट्र ने 2014 में (10) विधायकों को खरीदा।" कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है और अपनी सरकार बनाने के लिए विपक्षी सरकारों को गिराने के लिए "एजेंसियों को खरीद रही है, उन पर दबाव बना रही है और उनका इस्तेमाल कर रही है। जो लोग उनके पास नहीं जाएंगे, उन्हें और परेशान किया जाएगा। जो भी भाजपा में शामिल होगा, वह पाक-साफ हो जाएगा।'' बता दें कि, 14 विपक्षी दलों ने आयकर, ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उल्लेखनीय है कि वाल्मीकि घोटाला महर्षि वाल्मीकि एसटी निगम से अवैध धन हस्तांतरण से संबंधित है, जिस पर अनुसूचित जनजाति के सदस्यों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू करने का आरोप है। महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम का भ्रष्टाचार मामला तब सामने आया जब एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम के अधिकारियों ने कथित तौर पर अवैध धन हस्तांतरण के लिए धन का दुरुपयोग किया। इस विभाग के एक अधिकारी ने ये आरोप लगाते हुए ख़ुदकुशी कर ली थी कि, उस पर उच्च अधिकारीयों ने दबाव डालकर भ्रष्टाचार करवाया है। मृतक अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में 3 उच्च अधिकारीयों के नाम लिखे थे और कहा था कि, ये सब एक मंत्री के कहने पर हुआ है। अब ये विभाग कांग्रेस मंत्री बी नागेंद्र के अधीन आता था, जिनसे पूछताछ करने के बाद ED ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने खुलासा किया है कि कर्नाटक में वाल्मीकि निगम घोटाले के पैसे का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव के दौरान शराब और लक्ज़री वाहन खरीदने के लिए किया गया था। एजेंसी ने दावा किया कि वाल्मीकि निगम के फंड से लगभग ₹90 करोड़ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 18 फर्जी खातों में डाले गए थे। इन डायवर्ट किए गए फंड को फिर फर्जी खातों के जरिए फैलाया गया और चुनाव के दौरान बड़ी मात्रा में शराब और वाहन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया। ED के अधिकारी नागेंद्र की पत्नी मंजुला को भी पूछताछ के लिए बेंगलुरु के शांतिनगर स्थित अपने कार्यालय ले आए। नागेंद्र की हिरासत अवधि 18 जुलाई को समाप्त हो रही है, और उसे अदालत में पेश किया जाएगा, जहाँ ED उसकी हिरासत अवधि बढ़ाने की माँग करेगा। भारत ने की गाज़ा में तत्काल युद्धविराम की मांग, लेकिन साथ ही कहा- बंधकों की बिना शर्त रिहाई हो मॉरीशस में भारत ने खोला अपना पहला जन औषधि केंद्र, विदेश मंत्री जयशंकर ने किया उद्घाटन 'वकीलों से दो अतिरिक्त मुलाकातों की अनुमति दीजिए..', केजरीवाल की याचिका पर दिल्ली HC का फैसला सुरक्षित