कोच्ची: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज मंगलवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर उसके हाल ही में जारी चुनाव घोषणापत्र को लेकर हमला बोला और आरोप लगाया कि इसमें 'सांप्रदायिक एजेंडे' की बू आ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी में अपने 10 साल के शासन की प्रगति रिपोर्ट पेश करने और चुनाव के दौरान लोगों का सामना करने का साहस नहीं है। मार्क्सवादी दिग्गज ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों का उद्देश्य न केवल संघ परिवार की ताकतों की हार सुनिश्चित करना है बल्कि भारत की संप्रभु, समतावादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक प्रकृति को बनाए रखना भी है। विजयन अपने व्यस्त चुनाव प्रचार कार्यक्रम के बीच इस मध्य जिले में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, "यह देश को सांप्रदायिकता के हाथों से मुक्त कराने और इसे जन-केंद्रित शासन की ओर ले जाने का चुनाव है।" उन्होंने कहा कि, मतदाताओं के सामने ठोस सवाल यह है कि राज्य में कौन जीतना चाहिए ? लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF), जो संघ परिवार की जनविरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध कर रहा है, या यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) (कांग्रेस गठबंधन) जो भाजपा की नीतियों के साथ जुड़ा हुआ है। बीते दिनों भाजपा द्वारा जारी चुनाव घोषणापत्र का जिक्र करते हुए विजयन ने आरोप लगाया कि यह पार्टी के 'सांप्रदायिक एजेंडे' को दर्शाता है। उन्होंने दावा किया, "प्रधानमंत्री केरल आए और प्रगति रिपोर्ट के बारे में बात की। लेकिन भाजपा में अपने 10 साल के शासन की प्रगति रिपोर्ट पेश करने और लोगों के सामने आने का साहस नहीं है।" भाजपा और मोदी के खिलाफ विजयन की टिप्पणी प्रधानमंत्री द्वारा सोमवार को केरल में चुनावी रैलियों के दौरान विभिन्न मुद्दों पर वाम सरकार की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है। ग्वालियर के ऐतिहासिक किले से कूदकर लड़की ने की आत्महत्या, बॉयफ्रेंड भी था मौजूद 'हिन्दुओं पर हमले बढ़े, पर कोई कार्रवाई नहीं होती..', अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य ने की यह मांग 'भारतीय सेना का अपमान है अग्निपथ योजना, सत्ता मिलते ही ख़त्म करेंगे..', केरल में राहुल गांधी ने दोहराया अपना वादा