पानसेमल: (रविन्द्र सोनिस की रिपोर्ट)- कहते हैं कि रक्तदान यानी महा दान। रक्त दान करने से हम किसी की बेटी, पिता, पुत्र, भाई, बहन की जान बचा सकते है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल आज ही के दिन यानि 14 जून को World Blood Donor Day मनाया जाता है। हमारे देश में ही हर वर्ष 1 करोड़ ब्लड यूनिट की जरूरत पड़ती है। क्यों मनाते हैं वर्ल्ड ब्लड डोनर डे: 14 जून को नोबल प्राइस विजेता कार्ल लैंडस्टेनर का जन्म हुआ था। यही वे साइंटिस्ट थे, जिन्होंने ABO ब्लड ग्रुप सिस्टम की खोज को पूरा किया था। ब्लड ग्रुप्स का पता लगाने वाले कार्ल लैंडस्टीनर के बर्थडे के दिन ही विश्व रक्तदान दिवस सेलिब्रेट किया जाता है। कार्ल लैंडस्टीनर के द्वारा ब्लड ग्रुप्स का पता लगाए जाने से पहले तक ब्लड ट्रांसफ्यूजन बिना ग्रुप की जानकारी होती थी। इस खोज के लिए ही कार्ल लैंडस्‍टाईन को सन 1930 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। बड़वानी जिले के पानसेमल के खेतिया नगर में संताजी युवा सर्किल द्वारा सर्वजनिक रक्तदान शिविर एवं स्वस्थ शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमे 51 रक्तदावो ने भाग लिया एवं विशेष सहयोग लाइफ केयर हॉस्पिटल शहदा से डॉ प्राजकता पटेल एवं उनकी टीम का और शहदा ब्लड बैंक टीम का सहयोग से सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर चौधरी समाज अध्यक्ष अशोक शिंदे, उपाध्यक्ष गोविंदा चौधरी, साहेबराओ चौधरी, कृष्णा चौधरी (आन्ना), पूर्व मण्डल अध्यक्ष श्याम हरसोला, पार्षद प्रकाश माहले, पार्षद अनिल चौधरी, रक्तदान समिती खेतिया अध्यक्ष राजा चौधरी, जोजो चौधरी, अंकित चौधरी, पप्पू चौधरी, अरिहंत चौधरी, गोपाल चौधरी आदि युवा गण उपस्थित रहे। Ind Vs SA: सीरीज में टीम इंडिया ने की वापसी, पहली जीत पर दिग्गजों ने दिया ये रिएक्शन भारत ने फिलीपींस को दी करारी मात अग्निपथ योजना को लेकर CM शिवराज ने किया ये बड़ा ऐलान