कोई भी परेशानी किसी बच्चे को भी हो सकती है और किसी बुजुर्ग या नौजवान को भी। ऐसी ही एक परेशानी है रक्तचाप। यह रक्तचाप निम्न या उच्च होता है। दोनों रक्तचाप के अलग-अलग कारण हैं। अच्छी नींद और बेहतर स्वास्थ के लिए अपनाए यह तकनीक, होंगे कई फायदे यह है इसके लक्षण जानकारी के लिए हम आपको बता दें हमारे हृदय का काम रक्त वाहिनियों में रक्त का संचार करना है। यह संचार इतनी तेजी से होता है कि वह पूरे शरीर में फैल सके। रक्त धमनियों पर पड़ने वाले खून के दबाव को रक्तचाप कहते हैं। रक्तचाप का कम होना या ज्यादा होना दोनों ही हानिकारक होते हैं। जब निम्न रक्तचाप होता है तब तेज चक्कर आना, छाती में दर्द, अनियमित धड़कनें, सांस फूलना, थकान, तेज बुखार, गर्दन का अकड़ जाना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। साथ ही समस्या बढ़ने पर सांस में परेशानी, सिर दर्द, चक्कर आना, नींद न आना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं। खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में फाइबर की मात्रा भी बढ़ाता है प्याज यह भी है इसके कारण हम आपको बता दें सामान्य व्यक्ति में रक्तचाप 120/80 मिलीमीटर होना चाहिए। अगर इससे कम रक्त संचार होता है तो शरीर की धमनियां सख्त हो जाती हैं। तब उनमें रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता। वही अगर रक्तचाप 90/60 है तो निम्न रक्तचाप की समस्या होती है। शरीर में रक्त का स्तर सामान्य बना रहना चाहिए। अन्यथा गंभीर परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। सेहत के लिए इतने फायदेमंद है 'अंडे' स्वास्थ के लिए बेहद लाभदायक है छाछ का इस तरह से सेवन इस तरह करें अजवाइन का उपयोग जड़ से ख़त्म होगी एसिडिटी