मुम्बई : गोरेगांव के जिस मैदान पर बुधवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने दो दशक पुराने गठबंधन को तोड़ने का ऐलान किया था.उसी जगह से बीजेपी ने शिवसेना पर पलटवार किया ,मोर्चा खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खोला. इससे दोनों दलों के बीच तल्खियां और बढ़ने की आशंका है. मुख्यमंत्री फड़नवीस ने सीधे तौर पर शिवसेना पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कहा कि हमारे रिश्ते जुड़े थे हिन्दुत्व से, शिवाजी से, शिवाजी महाराज के नाम पर वसूली से नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको शिवाजी महाराज का नाम लेने का हक़ नहीं है क्योंकि आप हाथ में भगवा पकड़कर उगाही करते हैं, कांग्रेस ने ऐसा ही हाथों में तिरंगा पकड़कर किया लोगों ने हमें बदलाव के लिये वोट दिया था. फडणवीस ने कहा हम वोटों के लिये जुगलबंदी नहीं भ्रष्टाचार ख़त्म करने के लिये नोटबंदी करते हैं. वहीं शिवसेना ने बीएमसी में कथित घोटालों के लिए सीधे देवेंद्र फडणवीस को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य के शहरी विकास मंत्री के तौर पर अपनी क्षमता में प्रस्तावों को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार हैं. बता दें कि मुंबई महानगरपालिका सहित महाराष्ट्र में 10 महानगरपालिका और स्थानीय निकायों के लिये 21 फरवरी को चुनाव होंगे, परिणाम 23 फरवरी को आएँगे.जो शिवसेना या बीजेपी की हार जीत से राज्य में सत्ता के समीकरण बदलने का कारण बन सकते हैं. बाला साहेब ठाकरे के सीने से नहीं, नाम से ही डरते थे देश के दुश्मन किन्नरों को अखाड़े के लिए किसी से अनुमति लेना जरूरी नहीं